ऑस्ट्रेलियाई संसद में पहली बार हुआ भारतीय पीएम का भाषण
कैनबेरा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलियाई संसद को संबोधित किया। ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। करीब 25 मिनट के भाषण में उन्होंने कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री को ऑस्ट्रेलिया आने में 28 साल लग गए। ऐसा नहीं होना चाहिए। और अब यह बदलेगा। अब ऑस्ट्रेलिया हमारे सोच के केंद्र में होगा।'
मोदी ने संसद में मौजूद सांसदों से मजाकिया लहजे में कहा, 'चीनी राष्ट्रपति और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बाद बीते एक हफ्ते में मैं तीसरा विदेशी नेता हूं जो संसद को संबोधित कर रहा हूं। मुझे नहीं पता कि आप सब इतना कैसे सहन कर रहे हैं। हो सकता है यह प्रधानमंत्री एबोट के कामकाज करने के तरीके का असर हो।' मोदी की इस टिप्पणी पर संसद भवन ठहाकों से गूंज उठा।
मोदी की हुई खूब तारीफ
ऑस्ट्रेलिया की संसद में प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने मोदी की दिल खोल कर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मोदी के आने के पहले ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त क्रेज था। भारत के चुनाव में हुई मोदी की जीत से वे बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज तक हमने किसी भी नेता का ऐसा स्वागत नहीं देखा। मोदी से मिलने लोग ऑस्ट्रेलिया के कोने-कोने से आए हैं। लगभग 28 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया की संसद में आया है। मोदी से हमें भी राजनीति सीखनी चाहिए। प्रधानमंत्री टोनी ने गुजरात की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी ने गुजरात की तस्वीर ही बदल दी। अब ऑस्ट्रेलिया और भारत के संबंध से विकास को नई राह मिलेगी।
नेता विपक्ष ने की मोदी और द्रविड़ की तारीफ
ऑस्ट्रेलियाई संसद के नेता विपक्ष हॉन बिल शौटन ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि मोदी का भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया में भी जबरदस्त क्रेज है, जो हमने पहली बार देखा। शौटन ने क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की भी तारीफ़ करते हुए कहा कि द्रविड़ जैसे शालीन क्रिकेटर भारत की संस्कृति को बयान करते हैं। उन्होंने भारत के इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर की दाद भी दी।
आतंकवाद को ख़त्म करने और यूरेनियम निर्यात पर हुई बात
दोनों देशों के बीच आतंकवाद को ख़त्म करने और यूरेनियम के निर्यात को लेकर बात हुई। मोदी ने कहा की भारत पिछले 30 वर्षों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है, इस समस्या को ऑस्ट्रेलिया और भारत मिलकर जड़ से उखाड़ फेकेंगे। दोनों देशों को साथ मिलकर काम करना होगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एबोट ने कहा कि यदि सब ठीक रहा तो ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम निर्यात करेगा। जिससे एनर्जी के क्षेत्र में भारत को बढ़त मिलेगी।
पांच समझौतों पर हुआ समझौता
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट के साथ शिखरवार्ता की। इस वार्ता में देशों के बीच पांच समझौते हुए हैं। जिसमें सामाजिक सुरक्षा, सजायाफ्ता कैदियों के हस्तांतरण, कला संस्कृति, पर्यटन और नशीली दवाओं के कारोबार पर अंकुश लगाने के समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। समझौते के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री टोनी एबोट बोले कि भारत एक सुपर पॉवर के रूप में उभर रहा है, ऐसे में दोनों देशों के बीच हुए समझौते संबंधों को और भी मधुर करेंगे। ऑस्ट्रेलिया अब एनर्जी सिक्यूरिटी पर भी भारत को सहयोग देगा। यूरेनियम का निर्यात, रोजगार बढाने के अवसर पर भी दोनों देशों द्वारा कार्य किया जाएगा।
इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस द्विपक्षीय वार्ता में भारत कृषि और उसे जुड़े विकास कार्यों पर ऑस्ट्रेलिया के साथ काम करेगा। आतंकवाद रोकने, क्रिकेट, हॉकी और योगा से जुड़े विकास पर भी दोनों देश काम करेंगे। मोदी ने आगे कहा कि 2015 में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट ऑस्ट्रेलिया में होगा। दोनों देश आर्थिक विकास पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगे ।
मोदी ने संसद में मौजूद सांसदों से मजाकिया लहजे में कहा, 'चीनी राष्ट्रपति और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के बाद बीते एक हफ्ते में मैं तीसरा विदेशी नेता हूं जो संसद को संबोधित कर रहा हूं। मुझे नहीं पता कि आप सब इतना कैसे सहन कर रहे हैं। हो सकता है यह प्रधानमंत्री एबोट के कामकाज करने के तरीके का असर हो।' मोदी की इस टिप्पणी पर संसद भवन ठहाकों से गूंज उठा।
मोदी की हुई खूब तारीफ
ऑस्ट्रेलिया की संसद में प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने मोदी की दिल खोल कर तारीफ की। उन्होंने कहा कि मोदी के आने के पहले ऑस्ट्रेलिया में जबरदस्त क्रेज था। भारत के चुनाव में हुई मोदी की जीत से वे बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज तक हमने किसी भी नेता का ऐसा स्वागत नहीं देखा। मोदी से मिलने लोग ऑस्ट्रेलिया के कोने-कोने से आए हैं। लगभग 28 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया की संसद में आया है। मोदी से हमें भी राजनीति सीखनी चाहिए। प्रधानमंत्री टोनी ने गुजरात की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी ने गुजरात की तस्वीर ही बदल दी। अब ऑस्ट्रेलिया और भारत के संबंध से विकास को नई राह मिलेगी।
नेता विपक्ष ने की मोदी और द्रविड़ की तारीफ
ऑस्ट्रेलियाई संसद के नेता विपक्ष हॉन बिल शौटन ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ के पुल बांधे। उन्होंने कहा कि मोदी का भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया में भी जबरदस्त क्रेज है, जो हमने पहली बार देखा। शौटन ने क्रिकेटर राहुल द्रविड़ की भी तारीफ़ करते हुए कहा कि द्रविड़ जैसे शालीन क्रिकेटर भारत की संस्कृति को बयान करते हैं। उन्होंने भारत के इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर की दाद भी दी।
आतंकवाद को ख़त्म करने और यूरेनियम निर्यात पर हुई बात
दोनों देशों के बीच आतंकवाद को ख़त्म करने और यूरेनियम के निर्यात को लेकर बात हुई। मोदी ने कहा की भारत पिछले 30 वर्षों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है, इस समस्या को ऑस्ट्रेलिया और भारत मिलकर जड़ से उखाड़ फेकेंगे। दोनों देशों को साथ मिलकर काम करना होगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एबोट ने कहा कि यदि सब ठीक रहा तो ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम निर्यात करेगा। जिससे एनर्जी के क्षेत्र में भारत को बढ़त मिलेगी।
पांच समझौतों पर हुआ समझौता
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट के साथ शिखरवार्ता की। इस वार्ता में देशों के बीच पांच समझौते हुए हैं। जिसमें सामाजिक सुरक्षा, सजायाफ्ता कैदियों के हस्तांतरण, कला संस्कृति, पर्यटन और नशीली दवाओं के कारोबार पर अंकुश लगाने के समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। समझौते के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री टोनी एबोट बोले कि भारत एक सुपर पॉवर के रूप में उभर रहा है, ऐसे में दोनों देशों के बीच हुए समझौते संबंधों को और भी मधुर करेंगे। ऑस्ट्रेलिया अब एनर्जी सिक्यूरिटी पर भी भारत को सहयोग देगा। यूरेनियम का निर्यात, रोजगार बढाने के अवसर पर भी दोनों देशों द्वारा कार्य किया जाएगा।
इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस द्विपक्षीय वार्ता में भारत कृषि और उसे जुड़े विकास कार्यों पर ऑस्ट्रेलिया के साथ काम करेगा। आतंकवाद रोकने, क्रिकेट, हॉकी और योगा से जुड़े विकास पर भी दोनों देश काम करेंगे। मोदी ने आगे कहा कि 2015 में मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट ऑस्ट्रेलिया में होगा। दोनों देश आर्थिक विकास पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगे ।
इसके पहले सिडनी में एक रॉकस्टार की तरह अपनी छाप छोड़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैनबेरा पहुंच थे। अपनी 10 दिवसीय विदेश यात्रा पर निकले मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम टोनी एबोट के साथ शिखरवार्ता की। कैनबेरा पहुंचने के बाद नरेंद्र मोदी सबसे पहले कैनबेरा वॉर मेमोरियल गए, जहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट भी मौजूद रहे। मोदी ने पीएम टोनी एबोट को चांदी की मान सिंह ट्राफी भेंट की। वार मेमोरियल से निकलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कैनबेरा स्थित संसद पहुंचे। यहां मोदी का भव्य स्वागत किया गया। मोदी के संसद पहुंचते ही उनके प्रशंसकों ने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम से की हिंदी में बात
ऑस्ट्रेलिया के पीएम् टोनी एबोट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदी में बात की और उन्हें ऐतिहासिक डॉक्यूमेंट भेंट किया।
ऑस्ट्रेलिया के पीएम से की हिंदी में बात
ऑस्ट्रेलिया के पीएम् टोनी एबोट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिंदी में बात की और उन्हें ऐतिहासिक डॉक्यूमेंट भेंट किया।
देश के लिए मर नहीं सके, जी तो सकते हैं : मोदी
डेढ़ महीने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया से फिर रूबरू हुए। पॉलिटिकल रॉकस्टार की तरह। 28 सितंबर को वे न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में प्रवासी भारतीयों के बीच थे। सोमवार को उन्होंने सिडनी के ऑलफोंस एरीना में हमवतनों से एक घंटे 12 मिनट तक बात की।
इस सम्मान का मैं हकदार नहीं : मोदी
ऑस्ट्रेलिया पहुंचने में रातभर का वक्त लगता है। लेकिन प्रधानमंत्री को यहां आने में 28 साल लग गए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आगे से इतना इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ...इतने स्वागत, उत्साह और सम्मान का हकदार मोदी नहीं है। सवा सौ करोड़ भारतवासी इसके हकदार हैं।’ प्रवासी भारतीयों से मोदी ने कहा- ‘देश के लिए मर नहीं सके, देश के लिए जी तो सकते हैं।’
2 घोषणाएं
- न्यूयॉर्क में मोदी ने कहा था कि पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड की व्यवस्था को मिलाया जाएगा। तब समय सीमा नहीं बताई थी। लेकिन सिडनी में कहा कि 7 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस समारोह से पहले दोनों कार्डधारकों को आजीवन वीसा मिलने लगेगा।
- ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों को भारत पहुंचते ही वीसा मिलेगा।
4 बातें परदेस में रहने वाले भारतीयों से
- ईश्वर ने आपको बहुत कुछ दिया है, अब आप योगदान दें।
- आप अपने गांवों की ओर देखिए, वहां शौचालय बनवाइए।
- अपने पूर्वजों के गांवों के लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाइए।
- भारत को स्वच्छ रखने में मदद करें ताकि और पर्यटक आ सकें।
दफ्तर वही, फाइल वही... फिर भी काम हुआ: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को सिडनी के ऑलफोंस एरीना में वैसा ही स्वागत हुआ जैसा न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वायर में हुआ था। मोदी ने यहां अपनी सरकार की कार्यशैली के बारे में भी बताया।
मोदी ने कहा- बीते 67 साल में एक साल में औसतन एक करोड़ बैंक खाते खुलते थे। लेकिन जनधन योजना के शुरू होने के 10 हफ्ते में सात करोड़ से अधिक खाते खुल चुके हैं। सरकार वही, दफ्तर वही, आदत वही, लोग भी वही। लेकिन काम हुआ कि नहीं?
मोदीजी! भारत की राष्ट्रीय खुशी हैं सचिन : कैस्प्रोविच
सोमवार को क्वीसलैंड के प्रीमियर कैंपबेल न्यूमैन ने मोदी के लिए समारोह रखा था। इसमें पूर्व तेज बॉलर माइकल कैस्प्रोविच भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सचिन जब उनकी गेंदों पर शॉट लगाते थे तब ऐसा लगता था कि भारत की ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस सचिन ही हैं।
त्साह: देश में 250 करोड़ भुजाएं
मोदी ने कहा- जिस देश में 250 करोड़ भुजाएं हों और उसमें भी 200 करोड़ 35 साल से कम आयु की हों वहां युवाशक्ति के बल पर भारत मजबूत बनेगा। कई लोगों के बड़े-बड़े काम करने के सपने होते हैं। मुझे तो छोटे-छोटे काम करने हैं। छोटे लोगों के लिए करने हैं और छोटों को बड़ा बनाने के लिए करने हैं।
नई सोच: कानून खत्म करने में मजा आता है
पिछली सरकारों को कानून बनाने में मजा आता था, मुझे अनावश्यक कानून खत्म करने में आनंद आता है। अंग्रेजों के जमाने से सर्टिफिकेट का गैजेटेड ऑफिसर से वेरिफिकेशन खत्म कर दिया। अगर किसी ने कहा कि यह मेरा दस्तावेज है तो हम मान लेंगे। नौकरी लगेगी तब मूल प्रमाणपत्र दिखा दें।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में मोदी
मोदी सिडनी में रॉकस्टार: सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड
मोदी की सभा में ऑलफोंस एरिना में हजारों लोग पहुंचे हैं। वे यहां भी रॉकस्टार की तरह देखे गए। पूरा सिडनी भारतीय रंग में रंगा हुआ है। काम करने के दिन भी लोग छुट्टी मनाते हुए दिख रहे हैं।
सिडनी को पॉली-वुड बनाया : द डेली टेलीग्राफ
64 वर्षीय भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया में नए उद्योग की शुरुआत की है। इसे पॉली-वुड कहते हैं। मोदी के राजनीतिक दौरे में बॉलीवुड का तड़का भी लगा हुआ है।
सबको छोड़ सिर्फ मोदी को याद रखो : न्यूज.कॉम
मोदी की लोकप्रियता ने ऑस्ट्रेलियाई लोगों के मन से ओबामा, मर्केल और पुतिन की लोकप्रियता हटा दी है। कुछ भारतीयों ने तो यहां तक कहा कि जनता में किसी नेता की ऐसी लोकप्रियता महात्मा गांधी के बाद देखने को मिल रही है।
डेढ़ महीने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया से फिर रूबरू हुए। पॉलिटिकल रॉकस्टार की तरह। 28 सितंबर को वे न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में प्रवासी भारतीयों के बीच थे। सोमवार को उन्होंने सिडनी के ऑलफोंस एरीना में हमवतनों से एक घंटे 12 मिनट तक बात की।
इस सम्मान का मैं हकदार नहीं : मोदी
ऑस्ट्रेलिया पहुंचने में रातभर का वक्त लगता है। लेकिन प्रधानमंत्री को यहां आने में 28 साल लग गए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि आगे से इतना इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ...इतने स्वागत, उत्साह और सम्मान का हकदार मोदी नहीं है। सवा सौ करोड़ भारतवासी इसके हकदार हैं।’ प्रवासी भारतीयों से मोदी ने कहा- ‘देश के लिए मर नहीं सके, देश के लिए जी तो सकते हैं।’
2 घोषणाएं
- न्यूयॉर्क में मोदी ने कहा था कि पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया कार्ड की व्यवस्था को मिलाया जाएगा। तब समय सीमा नहीं बताई थी। लेकिन सिडनी में कहा कि 7 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस समारोह से पहले दोनों कार्डधारकों को आजीवन वीसा मिलने लगेगा।
- ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों को भारत पहुंचते ही वीसा मिलेगा।
4 बातें परदेस में रहने वाले भारतीयों से
- ईश्वर ने आपको बहुत कुछ दिया है, अब आप योगदान दें।
- आप अपने गांवों की ओर देखिए, वहां शौचालय बनवाइए।
- अपने पूर्वजों के गांवों के लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाइए।
- भारत को स्वच्छ रखने में मदद करें ताकि और पर्यटक आ सकें।
दफ्तर वही, फाइल वही... फिर भी काम हुआ: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को सिडनी के ऑलफोंस एरीना में वैसा ही स्वागत हुआ जैसा न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वायर में हुआ था। मोदी ने यहां अपनी सरकार की कार्यशैली के बारे में भी बताया।
मोदी ने कहा- बीते 67 साल में एक साल में औसतन एक करोड़ बैंक खाते खुलते थे। लेकिन जनधन योजना के शुरू होने के 10 हफ्ते में सात करोड़ से अधिक खाते खुल चुके हैं। सरकार वही, दफ्तर वही, आदत वही, लोग भी वही। लेकिन काम हुआ कि नहीं?
मोदीजी! भारत की राष्ट्रीय खुशी हैं सचिन : कैस्प्रोविच
सोमवार को क्वीसलैंड के प्रीमियर कैंपबेल न्यूमैन ने मोदी के लिए समारोह रखा था। इसमें पूर्व तेज बॉलर माइकल कैस्प्रोविच भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि सचिन जब उनकी गेंदों पर शॉट लगाते थे तब ऐसा लगता था कि भारत की ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस सचिन ही हैं।
त्साह: देश में 250 करोड़ भुजाएं
मोदी ने कहा- जिस देश में 250 करोड़ भुजाएं हों और उसमें भी 200 करोड़ 35 साल से कम आयु की हों वहां युवाशक्ति के बल पर भारत मजबूत बनेगा। कई लोगों के बड़े-बड़े काम करने के सपने होते हैं। मुझे तो छोटे-छोटे काम करने हैं। छोटे लोगों के लिए करने हैं और छोटों को बड़ा बनाने के लिए करने हैं।
नई सोच: कानून खत्म करने में मजा आता है
पिछली सरकारों को कानून बनाने में मजा आता था, मुझे अनावश्यक कानून खत्म करने में आनंद आता है। अंग्रेजों के जमाने से सर्टिफिकेट का गैजेटेड ऑफिसर से वेरिफिकेशन खत्म कर दिया। अगर किसी ने कहा कि यह मेरा दस्तावेज है तो हम मान लेंगे। नौकरी लगेगी तब मूल प्रमाणपत्र दिखा दें।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में मोदी
मोदी सिडनी में रॉकस्टार: सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड
मोदी की सभा में ऑलफोंस एरिना में हजारों लोग पहुंचे हैं। वे यहां भी रॉकस्टार की तरह देखे गए। पूरा सिडनी भारतीय रंग में रंगा हुआ है। काम करने के दिन भी लोग छुट्टी मनाते हुए दिख रहे हैं।
सिडनी को पॉली-वुड बनाया : द डेली टेलीग्राफ
64 वर्षीय भारतीय प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया में नए उद्योग की शुरुआत की है। इसे पॉली-वुड कहते हैं। मोदी के राजनीतिक दौरे में बॉलीवुड का तड़का भी लगा हुआ है।
सबको छोड़ सिर्फ मोदी को याद रखो : न्यूज.कॉम
मोदी की लोकप्रियता ने ऑस्ट्रेलियाई लोगों के मन से ओबामा, मर्केल और पुतिन की लोकप्रियता हटा दी है। कुछ भारतीयों ने तो यहां तक कहा कि जनता में किसी नेता की ऐसी लोकप्रियता महात्मा गांधी के बाद देखने को मिल रही है।
No comments
सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com