आज रात तक समर्पण कर सकते हैं रामपाल
बरवाला (हिसार) : स्वयंभू संत रामपाल के आज रात तक समर्पण करने की संभावना है. रामपाल के हौसले उनके प्रवक्ता राज कपूर व भाई पुरुषोत्तम की गिरफ्तारी के बाद पस्त हो गये हैं. खबर है कि उनके पुत्र की भी गिरफ्तारी की जा चुकी है. रामपाल के आश्रम से अबतक दस से 12 हजार लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. हालांकि अब भी अनुमान है कि पांच हजार के आसपास लोग रामपाल के सतलोक आश्रम में अब भी फंसे हुए हैं. रामपाल के लिए काम करने वाले बहुत सारे लोगों की अबतक पुलिस द्वारा गिरफ्तारी की जा चुकी है.
हालांकि रामपाल खेमे के आत्मसमर्पण नहीं करने की जिद से अबतक छह लोगों की मौत हो गयी है. इसमें पांच महिलाएं और एक डेढ साल का बच्च शामिल हैं. चार मृत महिलाओं के शव को आश्रम वालों ने आज सुबह पुलिस को सौंपा, जबकि एक महिला और डेढ साल के बच्चे की मौत अस्पताल में हो गयी. इस बीच रामपाल पर राजद्रोह सहित चार अलग-अलग मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है. हरियाणा के डीजीपी एसएन वशिष्ठ ने मीडिया से कहा है कि रामपाल अब भी आश्रम में छिपे हुए हैं और पुलिस की पहली कोशिश लोगों की जानमाल की सुरक्षा है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने कोई गोली नहीं चलायी है. बल्कि आश्रम से गोलियां चली हैं. शाम में हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव ने भी प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि रामपाल के आश्रम पर पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलायी, बल्कि आश्रम से गोलियां चलायी गयीं, जिसमें 105 पुलिसकर्मी घायल हो गये, जिसमें नौ को गोली लगी.
कल हिंसा के बाद 15000 लोग आश्रम से बाहर निकाले गए, बाहर आए लोगों ने आरोप लगाया है कि उनको अंदर बंधक बनाकर रखा गया था. पुलिस आज सतलोक आश्रम में घुसेगी. आज भी आश्रम के बाहर तनाव का माहौल है जिसे देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
हरियाणा में हिसार जिले के बरवाला में स्वयंभू संत रामपाल के आश्रम में कल हिंसक झडपों में सुरक्षाकर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. पुलिस ने रामपाल के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोडे, जबकि समर्थकों ने भी कथित रूप से गोलीबारी की. गौरतलब है कि 21 नवंबर तक रामपाल को अदालत में पेश करना है लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
आश्रम के अंदर से गोलियां चलाई गयीं
चंडीगढ में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एस एन वशिष्ठ ने संवाददाताओं को बताया कि रामपाल और उनके समर्थकों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं. रामपाल समर्थकों से पुलिस ने बार-बार माइक पर आश्रम के भीतर जाने देने और स्वयंभू संत को गिरफ्तार करने देने को कहा, लेकिन समर्थकों ने ऐसा नहीं होने दिया जिसके बाद तनाव बढ गया. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की पूरी कार्रवाई को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस एन वशिष्ठ ने बहुत मुश्किल करार दिया क्योंकि आश्रम में बडी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं.
डीजीपी ने कहा कि आश्रम के अंदर से गोलियां चलाई गयीं जहां से लोगों ने पुलिस बलों पर पथराव किया, पेट्रोल बम फेंके. इस दौरान दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गये. एक महिला गंभीर रुप से जली हुई मिली और यह पता नहीं चला कि वह कैसे जली. उन्होंने कहा कि रामपाल निश्चित रुप से आश्रम में हैं और उन्हें बाहर लाने और चंडीगढ में पंजाब तथा हरियाणा उच्च न्यायालय में पेश किये जाने तक अभियान जारी रहेगा. अदालत ने अवमानना के एक मामले में उनके खिलाफ नये सिरे से गैर जमानती वारंट जारी किया है.
हिसार में पत्रकारों पर हमले को लेकर कांग्रेस बरसी भाजपा पर
कांग्रेस ने हरियाणा के हिसार में पुलिस द्वारा मीडिया पर हमले को लेकर केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से माफी मांगने की भी मांग की. कांग्रेस ने सत्तारुढ पार्टी पर स्वयंभू संत रामपाल के मुद्दे से सही ढंग से नहीं निपटने का भी आरोप लगाया. कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख अजय माकन ने कहा कि केंद्र और साथ ही हरियाणा की भाजपा सरकार ने रामपाल मामले से निपटने में ‘‘अपरिपक्वता’’ और ‘‘इच्छा शक्ति का अभाव’’ दिखाया है. उन्होंने मीडिया पर ‘हमले’ की निंदा की.
साथ ही माकन ने योग गुरु बाबा रामदेव को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी केंद्र सरकार की आलोचना की. भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जब रामदेव को संतुष्ट करना होता है तो भाजपा की ‘‘इच्छा शक्ति’’ जाग जाती है और उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है. हरियाणा में चुनाव से पहले भाजपा ने डेरा सच्चा सौदा के विवादित प्रमुख को संतुष्ट करने के लिए ‘ओवर टाइम’ काम किया ताकि उनके अनुयाइयों के वोट मिल सकें. लेकिन अब जब वोट वाली बात नहीं है तो उसकी :भाजपा की: इच्छा शक्ति नदारद हो गई जैसा कि हमने हिसार में देखा.
रामपाल आश्रम हिंसा मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है कांग्रेस : भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह विवादास्पद ‘संत’ रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा में भडकी हिंसा का राजनीतिकरण कर रही है. हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पार्टी ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार केवल अदालत के आदेशों को लागू कर रही है और इसने रामपाल से कहा है कि वह कानून का सम्मान करें.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस हिंसा को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि यह संवेदनशील मामला है और इसका शांतिपूर्ण समाधान खोजा जाना चाहिए.’’ उन्होंने दावा किया कि पुलिस का अभियान अदालत के आदेशों का पालन कराने के लिए था जो पिछले चार वर्षों से लंबित है क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार ने मुद्दे को गडबड कर दिया था. सतलोक आश्रम के मुखिया रामपाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘कानून से उपर कोई नहीं है. रामपाल को कानून का सम्मान करना चाहिए.’’ उनके समर्थकों ने आश्रम के अंदर से पुलिस पर हमला किया.
हालांकि रामपाल खेमे के आत्मसमर्पण नहीं करने की जिद से अबतक छह लोगों की मौत हो गयी है. इसमें पांच महिलाएं और एक डेढ साल का बच्च शामिल हैं. चार मृत महिलाओं के शव को आश्रम वालों ने आज सुबह पुलिस को सौंपा, जबकि एक महिला और डेढ साल के बच्चे की मौत अस्पताल में हो गयी. इस बीच रामपाल पर राजद्रोह सहित चार अलग-अलग मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है. हरियाणा के डीजीपी एसएन वशिष्ठ ने मीडिया से कहा है कि रामपाल अब भी आश्रम में छिपे हुए हैं और पुलिस की पहली कोशिश लोगों की जानमाल की सुरक्षा है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने कोई गोली नहीं चलायी है. बल्कि आश्रम से गोलियां चली हैं. शाम में हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव ने भी प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि रामपाल के आश्रम पर पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलायी, बल्कि आश्रम से गोलियां चलायी गयीं, जिसमें 105 पुलिसकर्मी घायल हो गये, जिसमें नौ को गोली लगी.
कल हिंसा के बाद 15000 लोग आश्रम से बाहर निकाले गए, बाहर आए लोगों ने आरोप लगाया है कि उनको अंदर बंधक बनाकर रखा गया था. पुलिस आज सतलोक आश्रम में घुसेगी. आज भी आश्रम के बाहर तनाव का माहौल है जिसे देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
हरियाणा में हिसार जिले के बरवाला में स्वयंभू संत रामपाल के आश्रम में कल हिंसक झडपों में सुरक्षाकर्मियों और मीडियाकर्मियों सहित 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. पुलिस ने रामपाल के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोडे, जबकि समर्थकों ने भी कथित रूप से गोलीबारी की. गौरतलब है कि 21 नवंबर तक रामपाल को अदालत में पेश करना है लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
आश्रम के अंदर से गोलियां चलाई गयीं
चंडीगढ में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एस एन वशिष्ठ ने संवाददाताओं को बताया कि रामपाल और उनके समर्थकों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं. रामपाल समर्थकों से पुलिस ने बार-बार माइक पर आश्रम के भीतर जाने देने और स्वयंभू संत को गिरफ्तार करने देने को कहा, लेकिन समर्थकों ने ऐसा नहीं होने दिया जिसके बाद तनाव बढ गया. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की पूरी कार्रवाई को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस एन वशिष्ठ ने बहुत मुश्किल करार दिया क्योंकि आश्रम में बडी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं.
डीजीपी ने कहा कि आश्रम के अंदर से गोलियां चलाई गयीं जहां से लोगों ने पुलिस बलों पर पथराव किया, पेट्रोल बम फेंके. इस दौरान दो पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गये. एक महिला गंभीर रुप से जली हुई मिली और यह पता नहीं चला कि वह कैसे जली. उन्होंने कहा कि रामपाल निश्चित रुप से आश्रम में हैं और उन्हें बाहर लाने और चंडीगढ में पंजाब तथा हरियाणा उच्च न्यायालय में पेश किये जाने तक अभियान जारी रहेगा. अदालत ने अवमानना के एक मामले में उनके खिलाफ नये सिरे से गैर जमानती वारंट जारी किया है.
हिसार में पत्रकारों पर हमले को लेकर कांग्रेस बरसी भाजपा पर
कांग्रेस ने हरियाणा के हिसार में पुलिस द्वारा मीडिया पर हमले को लेकर केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से माफी मांगने की भी मांग की. कांग्रेस ने सत्तारुढ पार्टी पर स्वयंभू संत रामपाल के मुद्दे से सही ढंग से नहीं निपटने का भी आरोप लगाया. कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख अजय माकन ने कहा कि केंद्र और साथ ही हरियाणा की भाजपा सरकार ने रामपाल मामले से निपटने में ‘‘अपरिपक्वता’’ और ‘‘इच्छा शक्ति का अभाव’’ दिखाया है. उन्होंने मीडिया पर ‘हमले’ की निंदा की.
साथ ही माकन ने योग गुरु बाबा रामदेव को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी केंद्र सरकार की आलोचना की. भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि जब रामदेव को संतुष्ट करना होता है तो भाजपा की ‘‘इच्छा शक्ति’’ जाग जाती है और उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है. हरियाणा में चुनाव से पहले भाजपा ने डेरा सच्चा सौदा के विवादित प्रमुख को संतुष्ट करने के लिए ‘ओवर टाइम’ काम किया ताकि उनके अनुयाइयों के वोट मिल सकें. लेकिन अब जब वोट वाली बात नहीं है तो उसकी :भाजपा की: इच्छा शक्ति नदारद हो गई जैसा कि हमने हिसार में देखा.
रामपाल आश्रम हिंसा मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है कांग्रेस : भाजपा
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह विवादास्पद ‘संत’ रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा में भडकी हिंसा का राजनीतिकरण कर रही है. हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. पार्टी ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार केवल अदालत के आदेशों को लागू कर रही है और इसने रामपाल से कहा है कि वह कानून का सम्मान करें.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस हिंसा को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि यह संवेदनशील मामला है और इसका शांतिपूर्ण समाधान खोजा जाना चाहिए.’’ उन्होंने दावा किया कि पुलिस का अभियान अदालत के आदेशों का पालन कराने के लिए था जो पिछले चार वर्षों से लंबित है क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार ने मुद्दे को गडबड कर दिया था. सतलोक आश्रम के मुखिया रामपाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘कानून से उपर कोई नहीं है. रामपाल को कानून का सम्मान करना चाहिए.’’ उनके समर्थकों ने आश्रम के अंदर से पुलिस पर हमला किया.
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