फाइनल मुकाबले में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 5 भारतीय बल्लेबाज
वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम ने अब तक कुल 2 विश्व कप जीते हैं। इसके अलावा भी कई वनडे टूर्नामेंटों को जीतने में भारतीय टीम को सफलता मिली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वे भारतीय बल्लेबाज कौन हैं जिन्होंने वनडे टूर्नामेंट के फाइनल मैच में हमेशा बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इस सवाल का जवाब निकालने के लिए हमने एक विश्लेषण किया है और 5 भारतीय क्रिकेटर छांटे हैं जिन्होंने सबसे ज्यादा औसत से फाइनल मैच में रन बनाए हैं। इस लिस्ट में हमने उन क्रिकेटरों को ही शामिल किया है जिन्होंने कम से कम 10 फाइनल मैच खेले हों।
5. मोहम्मद अजहरुद्दीन:
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भारत की ओर से फाइनल में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं। अजहरुद्दीन ने साल 1985 से 1999 के बीच कुल 30 फाइनल मैच खेले जिनमें उन्होंने 27 फाइनल मैचों में बल्लेबाजी की और 34.29 की औसत से 823 रन बनाए। इस दौरान वह कुल 3 मर्तबा नॉटआउट रहे। साथ ही उन्होंने 6 अर्धशतक जड़े। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 90* रहा जो उन्होंने एशिया कप के फाइनल में बनाया था। फाइनल में अजहरुद्दीन का स्ट्राइक रेट 81.08 का रहा है। [ये भी पढ़ें: अपने नंबर एक दुशमन की वजह से ही क्रिकेट जगत में राज कर रहे हैं एमएस धोनी]
4. राहुल द्रविड़:
भारतीय टीम के मिस्टर भरोसेमंद राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में कुल 24 फाइनल मैच खेले हैं। इस दौरान उन्हें 22 मौकों पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला है। राहुल द्रविड़ ने फाइनल मैचों में 34.71 की औसत से 729 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक जमाए हैं। उनका फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 103* रहा है। स्ट्राइक रेट द्रविड़ का सिर्फ 68.13 का रहा है। गौर करने वाली बात है कि नॉक आउट राउंड में राहुल द्रविड़ ने कभी छक्का नहीं जड़ा बल्कि फाइनल में उन्होंने अब तक कुल 4 छक्के जड़े हैं। राहुल द्रविड़ ने 1996 से 2009 तक ही फाइनल मैच में खेलते नजर आए हैं।
3. सौरव गांगुली:
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने साल 1997 से 2005 के बीच कुल 31 फाइनल मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 29 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 37.03 की औसत से 1,000 रन बनाए। गांगुली ने इस दौरान 69.20 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। फाइनल मैच में गांगुली ने कुल 3 शतक और 4 अर्धशतक जमाए हैं। इस दौरान वह दो मौकों पर नॉट आउट भी रहे हैं। सौरव गांगुली का फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 124 रहा है। गौर करने वाली बात है कि सौरव गांगुली भारत के सफलतम कप्तानों में से एक हैं। लेकिन इस लिस्ट में वह तीसरे नंबर पर जगह बनाने में कामयाब हुए हैं। गांगुली ने टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा छक्के कुल 14 जड़े हैं। लेकिन वह क्वार्टरफाइनल में कभी छक्का जड़ने में कामयाब नहीं हो पाए।
2. एमएस धोनी:
वर्तमान सीमित ओवर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी साल 2007 से ही टीम इंडिया की कप्तानी का भार उठा रहे हैं। जब से धोनी क्रिकेट खेल रहे हैं। तबसे उन्हें सिर्फ 13 फाइनल मैचों में खेलने का मौका मिला है। जिनमें से 13 पारियों में उन्होंने बल्लेबाजी की है। एमएस धोनी का इस दौरान रन बनाने का औसत सिर्फ 49.30 का रहा है। साथ ही उनका रन रेट 85.73 का रहा है। फाइनल में 3 बार नॉट आउट रहने वाले एमएस धोनी के नाम फाइनल में 4 अर्धशतक हैं। साथ ही उन्होंने इस दौरान 9 छक्के भी जड़े हैं। धोनी का फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 91* रन है।
1. सचिन तेंदुलकर:
भले ही सचिन तेंदुलकर को फाइनल में न चलने वाला बल्लेबाज माना जाता हो लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो फाइनल मैच में सबसे ज्यादा सफल बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ही हैं। सचिन तेंदुलकर ने साल 1991 से लेकर 2011 तक कुल 40 फाइनल मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 39 मैचों में बल्लेबाजी की और 54.44 की औसत से 1,851 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर ने फाइनल में सबसे ज्यादा 6 शतक बनाए हैं। उनका फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 138 रन है। सचिन तेंदुलकर फाइनल में कुल 21 छक्के भी जड़ चुके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 87.68 का रहा है। सचिन पाइनल में 10 अर्धशतक भी जमा चुके हैं। साथ ही चार बार शून्य पर भी आउट हो चुके हैं।
5. मोहम्मद अजहरुद्दीन:
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन भारत की ओर से फाइनल में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं। अजहरुद्दीन ने साल 1985 से 1999 के बीच कुल 30 फाइनल मैच खेले जिनमें उन्होंने 27 फाइनल मैचों में बल्लेबाजी की और 34.29 की औसत से 823 रन बनाए। इस दौरान वह कुल 3 मर्तबा नॉटआउट रहे। साथ ही उन्होंने 6 अर्धशतक जड़े। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 90* रहा जो उन्होंने एशिया कप के फाइनल में बनाया था। फाइनल में अजहरुद्दीन का स्ट्राइक रेट 81.08 का रहा है। [ये भी पढ़ें: अपने नंबर एक दुशमन की वजह से ही क्रिकेट जगत में राज कर रहे हैं एमएस धोनी]
4. राहुल द्रविड़:
भारतीय टीम के मिस्टर भरोसेमंद राहुल द्रविड़ ने अपने करियर में कुल 24 फाइनल मैच खेले हैं। इस दौरान उन्हें 22 मौकों पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला है। राहुल द्रविड़ ने फाइनल मैचों में 34.71 की औसत से 729 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 3 अर्धशतक जमाए हैं। उनका फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 103* रहा है। स्ट्राइक रेट द्रविड़ का सिर्फ 68.13 का रहा है। गौर करने वाली बात है कि नॉक आउट राउंड में राहुल द्रविड़ ने कभी छक्का नहीं जड़ा बल्कि फाइनल में उन्होंने अब तक कुल 4 छक्के जड़े हैं। राहुल द्रविड़ ने 1996 से 2009 तक ही फाइनल मैच में खेलते नजर आए हैं।
3. सौरव गांगुली:
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने साल 1997 से 2005 के बीच कुल 31 फाइनल मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 29 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 37.03 की औसत से 1,000 रन बनाए। गांगुली ने इस दौरान 69.20 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। फाइनल मैच में गांगुली ने कुल 3 शतक और 4 अर्धशतक जमाए हैं। इस दौरान वह दो मौकों पर नॉट आउट भी रहे हैं। सौरव गांगुली का फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 124 रहा है। गौर करने वाली बात है कि सौरव गांगुली भारत के सफलतम कप्तानों में से एक हैं। लेकिन इस लिस्ट में वह तीसरे नंबर पर जगह बनाने में कामयाब हुए हैं। गांगुली ने टूर्नामेंट के फाइनल में सबसे ज्यादा छक्के कुल 14 जड़े हैं। लेकिन वह क्वार्टरफाइनल में कभी छक्का जड़ने में कामयाब नहीं हो पाए।
2. एमएस धोनी:
वर्तमान सीमित ओवर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान एमएस धोनी साल 2007 से ही टीम इंडिया की कप्तानी का भार उठा रहे हैं। जब से धोनी क्रिकेट खेल रहे हैं। तबसे उन्हें सिर्फ 13 फाइनल मैचों में खेलने का मौका मिला है। जिनमें से 13 पारियों में उन्होंने बल्लेबाजी की है। एमएस धोनी का इस दौरान रन बनाने का औसत सिर्फ 49.30 का रहा है। साथ ही उनका रन रेट 85.73 का रहा है। फाइनल में 3 बार नॉट आउट रहने वाले एमएस धोनी के नाम फाइनल में 4 अर्धशतक हैं। साथ ही उन्होंने इस दौरान 9 छक्के भी जड़े हैं। धोनी का फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 91* रन है।
1. सचिन तेंदुलकर:
भले ही सचिन तेंदुलकर को फाइनल में न चलने वाला बल्लेबाज माना जाता हो लेकिन अगर आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो फाइनल मैच में सबसे ज्यादा सफल बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ही हैं। सचिन तेंदुलकर ने साल 1991 से लेकर 2011 तक कुल 40 फाइनल मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 39 मैचों में बल्लेबाजी की और 54.44 की औसत से 1,851 रन बनाए। सचिन तेंदुलकर ने फाइनल में सबसे ज्यादा 6 शतक बनाए हैं। उनका फाइनल में सर्वोच्च स्कोर 138 रन है। सचिन तेंदुलकर फाइनल में कुल 21 छक्के भी जड़ चुके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 87.68 का रहा है। सचिन पाइनल में 10 अर्धशतक भी जमा चुके हैं। साथ ही चार बार शून्य पर भी आउट हो चुके हैं।
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