आज विश्वासमत हासिल करेंगे पलनीस्वामी, पनीरसेल्वम ने कहा-विरोध में वोट करें
एमपी ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी शनिवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करेंगे और अगर अंतिम समय में कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो अन्नाद्रमुक की नई सरकार बहुमत साबित करने में कामयाब रहेगी। वैसे विश्वासमत की पूर्व संध्या पर पलनीस्वामी गुट को शुक्रवार को उस वक्त झटका लगा जब विधायक और राज्य के पूर्व डीजीपी आर नटराज ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेंगे।
नटराज के इस कदम से 234 सदस्यों वाली विधानसभा में पलनीस्वामी के कथित समर्थक विधायकों की संख्या कम हो कर 123 रह गई है। अन्नाद्रमुक ने वरिष्ठ पार्टी नेता केए सेनगोट्टायन को सदन में पार्टी का नेता चुना है। तमिलनाडु विधानसभा में पिछले 30 साल में यह पहला मौका है जब सरकार इस तरह से सदन में बहुमत साबित करेगी।
उधर, द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि उनकी पार्टी शनिवार को पलनीस्वामी सरकार के विश्वासमत के खिलाफ मतदान करेगी। विश्वासमत को लेकर कांग्रेस ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है। तमिलनाडु कांग्रेस समिति के प्रमुख सू थिरूनावुक्करासर ने कहा कि पार्टी आला कमान की सलाह के बाद वोटिंग पर शनिवार को ही फैसला किया जाएगा। तमिलनाडु में द्रमुक के 89 जबकि कांग्रेस के 8 विधायक हैं।
नटराज ने कहा है कि वह पलनीस्वामी सरकार के विश्वासमत के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान के लिए विवश हैं। मायापोर से विधायक नटराज ने कहा कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बात की और उनमें से अधिकतर की राय है कि ओ पनीरसेल्वम की सरकार को बने रहना चाहिए। नटराजन ने कहा कि उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों की राय को विधानसभा में प्रतिबिंबित करना होगा।
नटराज के इस कदम से पहले पलनीस्वामी ने 124 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा था कि उनकी सरकार टिकी रहेगी। उधर, पनीरसेल्वम के पास अब 11 विधायकाें का समर्थन है, लेकिन विशेषज्ञों को लगता है कि अगर वह पलनीस्वामी गुट के कुछ और विधायकों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाते हैं तो उसे अल्पमत की सरकार बना सकते हैं। 234 सदस्यों वाली विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 134 विधायक हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी के शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले ओ पनीरसेल्वम धड़े के सदस्यों ने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल से मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष से मिलने वाली टीम में के पंडियाराजन, एस सेम्मालाई और षण्मुगनाथन (सभी विधायक) एवं वरिष्ठ नेता सी पोन्नियन समेत अन्य नेता शामिल रहे। बैठक के बाद हालांकि दल के सदस्यों ने मीडिया को किसी भी प्रकार का विवरण नहीं दिया। शनिवार के शक्ति परीक्षण से पहले इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। पनीरसेल्वम के खेमे में पूर्व मुख्यमंत्री समेत दस विधायक शामिल हैं।
पलनीस्वामी ने बधाई देने के लिए पीएम को दिया धन्यवाद
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी ने सीएम बनने की बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कहा, ‘तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद मुझे शुभकामनाएं देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।’ पलनीस्वामी ने साथ ही कहा कि तमिलनाडु के विकास के लिए वह प्रधानमंत्री के सहयोग और समर्थन की उम्मीद करते हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला के विश्वासपात्र समझे जाने वाले पलनीस्वामी के शपथ लेने के कुछ घंटों बाद बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री ने उन्हें फोन किया था।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी शनिवार को विधानसभा में विश्वासमत हासिल करेंगे और अगर अंतिम समय में कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो अन्नाद्रमुक की नई सरकार बहुमत साबित करने में कामयाब रहेगी। वैसे विश्वासमत की पूर्व संध्या पर पलनीस्वामी गुट को शुक्रवार को उस वक्त झटका लगा जब विधायक और राज्य के पूर्व डीजीपी आर नटराज ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेंगे।
नटराज के इस कदम से 234 सदस्यों वाली विधानसभा में पलनीस्वामी के कथित समर्थक विधायकों की संख्या कम हो कर 123 रह गई है। अन्नाद्रमुक ने वरिष्ठ पार्टी नेता केए सेनगोट्टायन को सदन में पार्टी का नेता चुना है। तमिलनाडु विधानसभा में पिछले 30 साल में यह पहला मौका है जब सरकार इस तरह से सदन में बहुमत साबित करेगी।
उधर, द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि उनकी पार्टी शनिवार को पलनीस्वामी सरकार के विश्वासमत के खिलाफ मतदान करेगी। विश्वासमत को लेकर कांग्रेस ने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है। तमिलनाडु कांग्रेस समिति के प्रमुख सू थिरूनावुक्करासर ने कहा कि पार्टी आला कमान की सलाह के बाद वोटिंग पर शनिवार को ही फैसला किया जाएगा। तमिलनाडु में द्रमुक के 89 जबकि कांग्रेस के 8 विधायक हैं।
नटराज ने कहा है कि वह पलनीस्वामी सरकार के विश्वासमत के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान के लिए विवश हैं। मायापोर से विधायक नटराज ने कहा कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बात की और उनमें से अधिकतर की राय है कि ओ पनीरसेल्वम की सरकार को बने रहना चाहिए। नटराजन ने कहा कि उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों की राय को विधानसभा में प्रतिबिंबित करना होगा।
नटराज के इस कदम से पहले पलनीस्वामी ने 124 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा था कि उनकी सरकार टिकी रहेगी। उधर, पनीरसेल्वम के पास अब 11 विधायकाें का समर्थन है, लेकिन विशेषज्ञों को लगता है कि अगर वह पलनीस्वामी गुट के कुछ और विधायकों को अपने पक्ष में करने में कामयाब हो जाते हैं तो उसे अल्पमत की सरकार बना सकते हैं। 234 सदस्यों वाली विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 134 विधायक हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी के शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले ओ पनीरसेल्वम धड़े के सदस्यों ने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष पी धनपाल से मुलाकात की। विधानसभा अध्यक्ष से मिलने वाली टीम में के पंडियाराजन, एस सेम्मालाई और षण्मुगनाथन (सभी विधायक) एवं वरिष्ठ नेता सी पोन्नियन समेत अन्य नेता शामिल रहे। बैठक के बाद हालांकि दल के सदस्यों ने मीडिया को किसी भी प्रकार का विवरण नहीं दिया। शनिवार के शक्ति परीक्षण से पहले इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण समझा जा रहा है। पनीरसेल्वम के खेमे में पूर्व मुख्यमंत्री समेत दस विधायक शामिल हैं।
पलनीस्वामी ने बधाई देने के लिए पीएम को दिया धन्यवाद
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलनीस्वामी ने सीएम बनने की बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कहा, ‘तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद मुझे शुभकामनाएं देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।’ पलनीस्वामी ने साथ ही कहा कि तमिलनाडु के विकास के लिए वह प्रधानमंत्री के सहयोग और समर्थन की उम्मीद करते हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के रूप में अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला के विश्वासपात्र समझे जाने वाले पलनीस्वामी के शपथ लेने के कुछ घंटों बाद बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री ने उन्हें फोन किया था।
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