पूर्व भाजपा सांसद का दावा, मैंने तुड़वाया था अयोध्या में विवादित ढांचा
नई दिल्ली : बाबरी मस्जिद विध्वंश मामले पर आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर साजिश का मुकदमा चलना है| अब इस मामले में रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य और पूर्व बीजेपी सांसद राम विलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है| जिसके बाद सियासत गरमा गई है| सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में वेदांती पर भी आपराधिक साजिश का मुकदमा चलाने का फैसला किया है| वेदांती ने दावा किया कि अयोध्या में बाबरी ढांचा उनके कहने पर तोड़ा गया| वेदांती की मानें तो उन्होंने ही कार सेवकों को ढांचा तोड़ने के आदेश दिये थे| उनके मुताबिक वीएचपी के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के अलावा महंत अवैधनाथ भी इस साजिश में शामिल थे| वेदांती का कहना था कि भले ही उन्हें फांसी हो जाए लेकिन वो अपने बयान से नहीं पलटेंगे।
फैजाबाद में एक प्रेस वार्ता में डॉ. वेदांती ने माना कि विवादित ढांचा उन्होंने तुड़वाया था, इस प्रकरण में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी जरा भी दोषी नहीं हैं।
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य और भारतीय जनता पार्टी से दो बार सांसद रहे डॉ. रामविलास दास वेदांती ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने 6 दिसंबर 1992 के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि जब कारसेवक ढांचा तोड़ रहे थे उस समय विहिप नेता अशोक सिंहल, महंत अवैद्यनाथ एवं मैं नारा लगवा रहा था, ‘ढांचा जल्दी तोड़ो, जब तक यह नहीं टूटेगा मंदिर निर्माण नहीं होगा।’ उन्होंने कहा कि अयोध्या में मौजूद कार सेवकों ने मेरे और स्वर्गीय अशोक सिंहल के कहने तथा उकसाने पर विवादित ढांचा को गिराया था। मेरे कहने पर ही कारसेवकों ने गिराया बाबरी ढांचा। मैंने ही कहा था एक धक्का और दो बाबरी को तोड़ दो। महंत अवेद्यनाथ अशोक सिंहल भी तोड़वाने में शामिल थे । लालकृष्ण आडवाणी, डॉ.मुरली मनोहर जोशी व विजयाराजे सिंधिया कारसेवकों को समझाने का प्रयास कर रहे थे । डाॅ. वेदांती के अनुसार विवादित ढांचा से कुछ ही दूर स्थित मंच पर मौजूद आडवाणी, जोशी आदि नेता कारसेवकों से अनुरोध कर रहे थे कि आप की कारसेवा हो गई है और आप ढांचे से उतर आइये। इस प्रकरण में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी बिल्कुल भी दोषी नहीं हैं, वह तो बेकसूर है। उन्होंने कहा कि हां, मैंने ढांचा तोड़ा और तोड़वाया है। इसके लिए यदि कोर्ट फांसी की सजा मुझे दे तो मैं फांसी पर लटकने को तैयार हूँ।
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