प्रभात झा का कांग्रेस पर पलटवार, कांग्रेस नेताओं को भेजा नोटिस
भोपाल। आय से अधिक संपत्ति मामले में भाजपा के राज्यसभा सांसद प्रभात झा को घेरना कांग्रेस नेताओं को महंगा पड़ सकता है। दो दिन पहले जहां कांग्रेस नेताओं ने दावा किया था कि भाजपा राज्यसभा सांसद प्रभात झा के खिलाफ उनके द्वारा भेजी गई शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने केस रजिस्टर्ड कर लिया है। भाजपा सांसद झा ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। इस मामले में झा की तरफ से कांग्रेसियों को कानूनी नोटिस भेजा गया है। जिसमे कहा गया है कि यदि उन्होंने तीन दिन में सार्वजनिक माफी नहीं मांगी तो वे उनके खिलाफ लीगल कार्रवाई करेंगे।
झा ने अपने अधिवक्ता दीपक खोत के माध्यम से रमेश अग्रवाल, राजकुमार शर्मा एवं लतीफ खां को भेजे गए नोटिस में झा ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने मेरी छवि खराब करने के लिए यह झूठी जानकारी प्रचारित की है क्योंकि मैंने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गलत कामों के खिलाफ मुहिम चला रखी है। नोटिस में प्रभात झा ने कहा कि मैं सामाजिक कार्यकर्ता हूं। यदि कांग्रेस नेताओं ने अगले तीन दिन में माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ मानहानि की लीगल कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा एवं जिला संगठन महामंत्री लतीफ खां ने आरोप लगाए हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने झा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इस संबंध में कांग्रेस ने 7 सितंबर को प्रधानमन्त्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं सुप्रीम कोर्ट को प्रभात झा एवं उनके परिजनों की संपत्ति की ऑनलाइन शिकायत भेजी थी। कांग्रेसियों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने एसएमएस मिला है, जिसके अनुसार उनकी शिकायत पर 41926/2017 डायरी नंबर दर्ज की गई है। कांग्रेस के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने 2008 के बाद विधायक, सांसद बने जिन नेताओं की संपत्ति में कई गुना इजाफा हुआ है, उसकी जानकारी भारत सरकार से मांगी थी। सरकार ने जानकारी सुप्रीम कोर्ट में भेज दी है। जिसके बाद ज्यादा संपत्ति अर्जित करने वाले नेताअेां के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। कांग्रेस के अनुसार उनमें राज्यसभा सांसद प्रभात झा का नाम भी शामिल है। कांग्रेस ने झा के संघर्षों के दिनों पर प्रकाश डालते हुए आरोप लगाए हैं कि उन्होंने अपने परिजनों की संपत्ति को भी छिपाया है। साथ ही झा समेत उनके बेटे तुष्मुल झा एवं पत्नी के नाम बेनामी संपत्ति का ब्यौरा जारी किया है। कांग्रेस के अनुसार झा के पास 500 करोड़ की संपत्ति है।
मेरे पास कोई संपत्ति नहीं: प्रभात झा
सुप्रीम कोर्ट इस तरह से एसएमएस जारी नहीं करता है। सुप्रीम कोर्ट में इस तरह की चीजें होती हैं क्या। उनके अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने सांसद-विधायकों के नाम जारी कर दिए हैं, उनमें मेरा नाम है क्या। सभी आरोप झूठे हैं। मैं उन्हें नोटिस जारी कर रहा हूं। इसकी तैयारी हो चुकी है। मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। न हीं मैंने कोई जानकारी छिपाई है। प्रेस नोट जारी करने से किसी पर आरोप साबित नहीं होते हैं।
सुप्रीम कोर्ट शिकायत की सूचना एमएमएस और मेल दोनों से देता है। लेकिन आय से अधिक संपत्ति मामले में सीधे शिकायत तो कोर्ट में दर्ज नहीं होती है। न ही ऐसा मामला कभी देखने में आया। पूरे मामले को देखना पड़ेगा। तभी ही कुछ कहा जा सकता है।
सुधीर मेंदीरता
झा ने अपने अधिवक्ता दीपक खोत के माध्यम से रमेश अग्रवाल, राजकुमार शर्मा एवं लतीफ खां को भेजे गए नोटिस में झा ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं ने मेरी छवि खराब करने के लिए यह झूठी जानकारी प्रचारित की है क्योंकि मैंने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गलत कामों के खिलाफ मुहिम चला रखी है। नोटिस में प्रभात झा ने कहा कि मैं सामाजिक कार्यकर्ता हूं। यदि कांग्रेस नेताओं ने अगले तीन दिन में माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ मानहानि की लीगल कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
कांग्रेस के पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार शर्मा एवं जिला संगठन महामंत्री लतीफ खां ने आरोप लगाए हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने झा के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। इस संबंध में कांग्रेस ने 7 सितंबर को प्रधानमन्त्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति एवं सुप्रीम कोर्ट को प्रभात झा एवं उनके परिजनों की संपत्ति की ऑनलाइन शिकायत भेजी थी। कांग्रेसियों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने एसएमएस मिला है, जिसके अनुसार उनकी शिकायत पर 41926/2017 डायरी नंबर दर्ज की गई है। कांग्रेस के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने 2008 के बाद विधायक, सांसद बने जिन नेताओं की संपत्ति में कई गुना इजाफा हुआ है, उसकी जानकारी भारत सरकार से मांगी थी। सरकार ने जानकारी सुप्रीम कोर्ट में भेज दी है। जिसके बाद ज्यादा संपत्ति अर्जित करने वाले नेताअेां के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। कांग्रेस के अनुसार उनमें राज्यसभा सांसद प्रभात झा का नाम भी शामिल है। कांग्रेस ने झा के संघर्षों के दिनों पर प्रकाश डालते हुए आरोप लगाए हैं कि उन्होंने अपने परिजनों की संपत्ति को भी छिपाया है। साथ ही झा समेत उनके बेटे तुष्मुल झा एवं पत्नी के नाम बेनामी संपत्ति का ब्यौरा जारी किया है। कांग्रेस के अनुसार झा के पास 500 करोड़ की संपत्ति है।
मेरे पास कोई संपत्ति नहीं: प्रभात झा
सुप्रीम कोर्ट इस तरह से एसएमएस जारी नहीं करता है। सुप्रीम कोर्ट में इस तरह की चीजें होती हैं क्या। उनके अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने सांसद-विधायकों के नाम जारी कर दिए हैं, उनमें मेरा नाम है क्या। सभी आरोप झूठे हैं। मैं उन्हें नोटिस जारी कर रहा हूं। इसकी तैयारी हो चुकी है। मेरे पास कोई संपत्ति नहीं है। न हीं मैंने कोई जानकारी छिपाई है। प्रेस नोट जारी करने से किसी पर आरोप साबित नहीं होते हैं।
सुप्रीम कोर्ट शिकायत की सूचना एमएमएस और मेल दोनों से देता है। लेकिन आय से अधिक संपत्ति मामले में सीधे शिकायत तो कोर्ट में दर्ज नहीं होती है। न ही ऐसा मामला कभी देखने में आया। पूरे मामले को देखना पड़ेगा। तभी ही कुछ कहा जा सकता है।
सुधीर मेंदीरता
वरिष्ठ अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट
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