भावांतर का मुद्दा गूंजेगा विधानसभा में, साढ़े तीन हजार सवालों से घिरेगी शिवराज सरकार
भोपाल। विधानसभा का शीतकालीन सत्र इसी महीने के आखिरी सप्ताह में 28 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। सत्र में करीब साढ़े तीन हजार से ज्यादा सवालों से विधायकों ने सरकार को घेरने की तैयारी की है। जिसमें किसान, भावान्तर, महिला अपराध, सूखा एवं स्वास्थ्य से जुड़े सवाल भी शामिल है। इन्हीं मुद्दों से जुड़े सवालों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है| शीतकालीन सत्र में विपक्ष की ओर से सूखा, बीमारी, भावांतर भुगतान योजना एवं प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ रहे अपराधों को लेकर स्थगन प्रस्ताव भी लाया जाएगा। जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार को घेरने की विपक्ष तैयारी कर रहा है।
शीतकालीन सत्र में कुल 10 बैठकें होंगी। सत्र की शुरूआत चित्रकूट विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक नीलांशु चतुर्वेदी की शपथ के साथ होगी. विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और रामसिंह यादव समेत गणमान्य लोगों के निधन का उल्लेख किया जाएगा| सदन में किसानों एवं गैंगरेप जैसी घटनाओं पर सरकार का घेराव होगा। पिछले एक महीने से कृषि उपज मंडियों में फसलों के दाम कम मिलने पर किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन एवं प्रशासन द्वारा उन पर की जा रही कार्रवाई का मुद्दा विपक्ष की ओर से विधानसभा में उठाया जाएगा। भावांतर योजना को लेकर विपक्ष का आरोप रहेगा कि इससे किसानों की फसलों के दाम गिरे हैं। साथ ही टीकमगढ़ में हवालात में बंद कर किसानों को अद्र्धनग्न कर मारपीट करने एवं दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं करने पर भी सरकार की घेराबंदी होगी। प्रदेश में महिला पर बढ़ते अपराध एवं भोपाल गैंगरेप की घटना में पुलिस की घोर लापरवाही को लेकर विपक्ष की ओर से सदन में स्थगन लाया जाएगा। साथ ही राज्य में सूखे की वजह से उपजे भयाभय हालात, सूखे से निपटने की सरकार की नाकाम कोशिशें और प्रदेश के कई जिलों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के फैसले जैसे लोकहित के मुद्दे पर धारा 139 पर चर्चा प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
शीतकालीन सत्र में विधायकों ने 3 हजार 635 प्रश्न किए हैं| इनमें से 1836 तारांकित और 1799 अतारांकित प्रश्न हैं| विधायकों ने इस बार करीब 37 फीसदी से ज्यादा सवाल ऑनलाइन किए हैं| ये संख्या इस सत्र में 1353 पहुंच गई है, जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 2282 है। साथ ही शीतकालीन सत्र में तीन अशासकीय संकल्प और नियम 139 की दो सूचनाएं भी कार्रवाई में शामिल हैं|
विधानसभा का शीतकालीन सत्र
- 3 हजार 635 प्रश्न किए जाएंगे
- 1836 तारांकित और 1799 अतारांकित प्रश्न
- विधायकों ने करीब 37 फीसदी से ज्यादा सवाल ऑनलाइन किए
- ऑफलाइन सवालों की संख्या 2282
- 28 नवंबर से शुरू होगा शीतकालीन सत्र
शीतकालीन सत्र में कुल 10 बैठकें होंगी। सत्र की शुरूआत चित्रकूट विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक नीलांशु चतुर्वेदी की शपथ के साथ होगी. विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा और रामसिंह यादव समेत गणमान्य लोगों के निधन का उल्लेख किया जाएगा| सदन में किसानों एवं गैंगरेप जैसी घटनाओं पर सरकार का घेराव होगा। पिछले एक महीने से कृषि उपज मंडियों में फसलों के दाम कम मिलने पर किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन एवं प्रशासन द्वारा उन पर की जा रही कार्रवाई का मुद्दा विपक्ष की ओर से विधानसभा में उठाया जाएगा। भावांतर योजना को लेकर विपक्ष का आरोप रहेगा कि इससे किसानों की फसलों के दाम गिरे हैं। साथ ही टीकमगढ़ में हवालात में बंद कर किसानों को अद्र्धनग्न कर मारपीट करने एवं दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई नहीं करने पर भी सरकार की घेराबंदी होगी। प्रदेश में महिला पर बढ़ते अपराध एवं भोपाल गैंगरेप की घटना में पुलिस की घोर लापरवाही को लेकर विपक्ष की ओर से सदन में स्थगन लाया जाएगा। साथ ही राज्य में सूखे की वजह से उपजे भयाभय हालात, सूखे से निपटने की सरकार की नाकाम कोशिशें और प्रदेश के कई जिलों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के फैसले जैसे लोकहित के मुद्दे पर धारा 139 पर चर्चा प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
शीतकालीन सत्र में विधायकों ने 3 हजार 635 प्रश्न किए हैं| इनमें से 1836 तारांकित और 1799 अतारांकित प्रश्न हैं| विधायकों ने इस बार करीब 37 फीसदी से ज्यादा सवाल ऑनलाइन किए हैं| ये संख्या इस सत्र में 1353 पहुंच गई है, जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 2282 है। साथ ही शीतकालीन सत्र में तीन अशासकीय संकल्प और नियम 139 की दो सूचनाएं भी कार्रवाई में शामिल हैं|
विधानसभा का शीतकालीन सत्र
- 3 हजार 635 प्रश्न किए जाएंगे
- 1836 तारांकित और 1799 अतारांकित प्रश्न
- विधायकों ने करीब 37 फीसदी से ज्यादा सवाल ऑनलाइन किए
- ऑफलाइन सवालों की संख्या 2282
- 28 नवंबर से शुरू होगा शीतकालीन सत्र
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