आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में बढ़ते राष्ट्र के प्रति कुछ कर्त्तव्य राहुल गांधी का भी बनता है: डॉ. विजयवर्गीय
प्रवीण तिवारी(9111444725)
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि आजादी के बाद जब देश में भ्रष्टाचार की गंूज सुनाई दी। संसद में बड़े नोट के प्रचलन पर सवाल उठे लेकिन इंदिरा गांधी ने कहा कि उन्हें सियासत करना है। ऐसे कठोर कदम की जीत में रोड़ा बनेंगे। उनके लिए देश में शुचिता, राष्ट्र की सुरक्षा से सर्वोच्च कांग्रेस की जीत और सत्ता की कुर्सी थी लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साहस की प्रश्ंासा की जायेगी कि उन्होंने नोटबंदी करके राष्ट्र से कालाधन के सृजन, विस्तार पर लगाम लगाने जैसा कठोर कदम उठाकर विश्व को चकित कर दिया। 8 नवंबर को मनाए जा रहे कालाधन मुक्ति पर्व के इस ऐतिहासिक पर्व को देश के आर्थिक इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखा जायेगा। ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी का फर्ज बनता है कि इस आर्थिक सशक्तिकरण के अनुष्ठान में वे भी अपनी रचनात्मक आहुति दे। काला दिवस मनाने जैसी संकीर्ण मानसिकता को तिलांजलि दें।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद कालेधन की बरामदगी में आयकर विभाग के हाथ मजबूत हुए है। बरामदगी में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 4428 सर्वेक्षणों में 9700 करोड़ रूपए बरामद किए गए है। प्रत्यक्ष कर संग्रह में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 5400 करोड़ रूपए कालाधन की पहचान की गयी है। करदाताओं की संख्या बढ़ी है। इससे कर संग्रह में 6.26 लाख करोड़ रूपयों की बढ़त दर्ज हुई है। 18 लाख लोगों को नोटिस जारी किए गए है। बड़ी संख्या में बेनामी संपत्ति के मामले संज्ञान में आए है जिन पर कार्यवाही की जा रही है।
डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में धन की आवक बढ़ने के साथ राज्य और केन्द्र सरकार की पिछली वसूली स्वमेव जमा हुई है। कर अपवंचन के मामलों में निरंतर कमी आने के संकेत मिल रहे है। बेनामी संपत्ति के मामलों में 2300 करोड़ रूपए की संपत्ति का पता लगाने से करारोपण की कार्यवाही की गयी है। कर वसूलने की संभावनाएं इतनी बढ़ी है कि आयकर विभाग का अमला कम पड़ गया है। दूसरी ओर कालेधन के खिलाफ जारी अभियान से उन क्षेत्रों में हायतोबा मची है जो कालेधन अर्थव्यवस्था का मंच पर विरोध और वास्तविकता व्यवहार में सियासी गर्जी समर्थन कर रहे है। नोटबंदी पर काला दिवस मनाना इसका सबूत है।
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि आजादी के बाद जब देश में भ्रष्टाचार की गंूज सुनाई दी। संसद में बड़े नोट के प्रचलन पर सवाल उठे लेकिन इंदिरा गांधी ने कहा कि उन्हें सियासत करना है। ऐसे कठोर कदम की जीत में रोड़ा बनेंगे। उनके लिए देश में शुचिता, राष्ट्र की सुरक्षा से सर्वोच्च कांग्रेस की जीत और सत्ता की कुर्सी थी लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साहस की प्रश्ंासा की जायेगी कि उन्होंने नोटबंदी करके राष्ट्र से कालाधन के सृजन, विस्तार पर लगाम लगाने जैसा कठोर कदम उठाकर विश्व को चकित कर दिया। 8 नवंबर को मनाए जा रहे कालाधन मुक्ति पर्व के इस ऐतिहासिक पर्व को देश के आर्थिक इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखा जायेगा। ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी का फर्ज बनता है कि इस आर्थिक सशक्तिकरण के अनुष्ठान में वे भी अपनी रचनात्मक आहुति दे। काला दिवस मनाने जैसी संकीर्ण मानसिकता को तिलांजलि दें।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद कालेधन की बरामदगी में आयकर विभाग के हाथ मजबूत हुए है। बरामदगी में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 4428 सर्वेक्षणों में 9700 करोड़ रूपए बरामद किए गए है। प्रत्यक्ष कर संग्रह में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। 5400 करोड़ रूपए कालाधन की पहचान की गयी है। करदाताओं की संख्या बढ़ी है। इससे कर संग्रह में 6.26 लाख करोड़ रूपयों की बढ़त दर्ज हुई है। 18 लाख लोगों को नोटिस जारी किए गए है। बड़ी संख्या में बेनामी संपत्ति के मामले संज्ञान में आए है जिन पर कार्यवाही की जा रही है।
डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में धन की आवक बढ़ने के साथ राज्य और केन्द्र सरकार की पिछली वसूली स्वमेव जमा हुई है। कर अपवंचन के मामलों में निरंतर कमी आने के संकेत मिल रहे है। बेनामी संपत्ति के मामलों में 2300 करोड़ रूपए की संपत्ति का पता लगाने से करारोपण की कार्यवाही की गयी है। कर वसूलने की संभावनाएं इतनी बढ़ी है कि आयकर विभाग का अमला कम पड़ गया है। दूसरी ओर कालेधन के खिलाफ जारी अभियान से उन क्षेत्रों में हायतोबा मची है जो कालेधन अर्थव्यवस्था का मंच पर विरोध और वास्तविकता व्यवहार में सियासी गर्जी समर्थन कर रहे है। नोटबंदी पर काला दिवस मनाना इसका सबूत है।

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