आजीविका समूह का साथ मिला तो मजदूरी करना छूट गई
आजीविका समूह का साथ मिला तो मजदूरी करना छूट गई
सफलता पूर्वक चल रही रामबाई की किराना दुकान एवं जनरल स्टोर्स
सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन का माध्यम बना आजीविका समूह
अनूपपुर/प्रदीप मिश्रा - 8770089979
ग्राम खोड़री, वेंकटनगर, विकासखंड जैतहरी के आदिवासी परिवार की रामबाई गोड़ एक आम गरीब परिवार की महिला की तरह घर में छोटी सी किराना दुकान और पति के साथ मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रही थी। स्व सहायता समूह में गरीब परिवार के सदस्य को जोड़कर उसके सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए प्रतिबद्धता म.प्र.दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिषन का प्रमुख उद्देष्य है। रामबाई भी स्व सहायता समूह से सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन के अभियान का एक हिस्सा बनी और ग्राम खोड़री में मुस्कान आजीविका स्व सहायता समूह के सदस्य के रूप में उसके जीवन की एक नई शुरूआत हुयी । स्वयं सहायता के सदस्यों ने तय किया कि वे प्रति सप्ताह दस रू जमा करेंगे एवं छोटी छोटी जरूरतो के लिए बचत की राषि से अंातरिक लेनदेन करगें । समूह गठन के तीन माह बाद समूह को पंद्रह हजार रू चक्रीय कोष प्राप्त हुआ, जिससे वह पांच हजार रूपये लेकर अपनी किराना दुकान को बढाया एवं निर्धारित किष्त अनुसार इसकी वापसी भी कर दी। छः माह बाद पुनः रामबाई ने समूह से पच्चीस हजार रूपये लेकर किराना दुकान के साथ साथ जनरल स्टोर्स एवं गल्ला खरीदी का काम भी शुरू कर दी, काम के विस्तार के साथ रामबाई के पति को भी काम मिला और दोनों मिलकर अपने व्यवसाय को संभालने लगे। तीनों आजीविका गतिविधियों से होने वाली आय से रामबाई ने समस्त ऋण राषि ब्याज सहित समूह को वापस कर दी। आज परिवार को प्रतिमाह बारह हजार रूपये की मासिक आमदनी हो रही है इनके दोनों बच्चे प्राइवेट स्कूल मे अच्छी षिक्षा ले रहे हैं। आदिवासी परिवार की गरीब परिवार की महिला जो कभी अपने परिवार की आजीविका के लिए मेहनत मजदूरी पर निर्भर भी आज अपने लगन एवं परिश्रम से अपना व्यवसाय सफलता पूर्वक चला रही है। अब राम बाई ने मजदूरी करना छोड़ दिया है और उसके पति भी, जो मजदूरी करते थे एवं खाली समय में यंहा वंहा बैठकर अपना समय बिताते थे अब दोनों मिलकर अपनी दुकान चलाते हैं। स्वसहायता समूह मे जुडकर राम बाई के जीवन में आये परिवर्तन से ग्राम के अन्य परिवार की महिलाओं को भी प्रेरणा मिली और वो भी स्व सहायता समूह से जुड़कर सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव के अभियान का हिस्सा बन गयी हैं, और सभी आजीविका मिषन को धन्यवाद दे रही हैं।
No comments
सोशल मीडिया पर सर्वाधिक लोकप्रियता प्राप्त करते हुए एमपी ऑनलाइन न्यूज़ मप्र का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला रीजनल हिन्दी न्यूज पोर्टल बना हुआ है। अपने मजबूत नेटवर्क के अलावा मप्र के कई स्वतंत्र पत्रकार एवं जागरुक नागरिक भी एमपी ऑनलाइन न्यूज़ से सीधे जुड़े हुए हैं। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ एक ऐसा न्यूज पोर्टल है जो अपनी ही खबरों का खंडन भी आमंत्रित करता है एवं किसी भी विषय पर सभी पक्षों को सादर आमंत्रित करते हुए प्रमुखता के साथ प्रकाशित करता है। एमपी ऑनलाइन न्यूज़ की अपनी कोई समाचार नीति नहीं है। जो भी मप्र के हित में हो, प्रकाशन हेतु स्वीकार्य है। सूचनाएँ, समाचार, आरोप, प्रत्यारोप, लेख, विचार एवं हमारे संपादक से संपर्क करने के लिए कृपया मेल करें Email- editor@mponlinenews.com/ mponlinenews2013@gmail.com