SC/ST एक्ट विरोध पर भड़कीं सीधी सांसद, कहा तलवार लाओ और काट लो मेरा सिर
शहडोल। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटकर एससी-एसटी एक्ट में संशोधन किया है अब वह जनप्रतिनिधियों के गले की फांस बनता जा रहा है। भाजपा के विधायक सांसदों का अब गलियों में निकलना मुश्किल हो गया है। कई जगह उन्हें तीखे विरोध का सामना करना पड़ रहा है। चंबल क्षेत्र से भड़की चिंगारी अब पूरे प्रदेश में बड़ी आग का रूप ले रही है। ऐसा ही वाकया सोमवार को शहडोल के विजयसोता क्षेत्र में देखने को मिला। जब सीधी सांसद को लोगों ने रोक लिया और एससी/एसटी एक्ट का विरोध करने लगे। इस पर सांसद लोगों पर भड़क गईं, बोलीं कि आप लोग जिस मानसिकता से आए हो मैं समझतीं हूं। आप लोग राजपूत हैं तलवार लाओ और काट लो मेरा सिर।
सोमवार को शहडोल के विजयसोता पहुंचीं सीधी सांसद रीति पाठक को भी विरोध का सामना। विरोध कर रहे लोगों पर सांसद भड़क गईं। उन्होंने विरोध कर रहे लोगों से कहा कि आप लोग तलवार ले आओ और काट लो हमारा गला। एससी/एसटी एक्ट को लेकर ग्वालियर और मुरैना से शुरू हुआ विरोध अब प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है। सोमवार को ब्यौहारी के विजयसोता में ट्रेन के स्टापेज स्वागत कार्यक्रम में पहुंची सांसद रीति पाठक को स्थानीय लोगों ने रोक लिया। एससी/एसटी एक्ट को लेकर स्थानीय लोग विरोध कर रहे थे। सांसद ने पहले तो विरोध कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। उनसे कहा कि विरोध करने का भी तरीका होता है, लेकिन वहां पहुंचे लोगों ने कहा कि यदि आप संसद में हमारी आवाज नहीं उठा सकतीं तो आपके वहां बैठने से फायदा क्या है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के साथ गलत हुआ है, आप संसद में हमारी बात नहीं उठा सकीं तो आप हमारे विरोध प्रदर्शन में शामिल होइए। सांसद ने विरोध करने के तरीके पर भी सवाल उठाया। विरोध बढ़ता देख सांसद रीति पाठक भड़क गईं। उन्होंने पहले विरोध की अगुआई कर रहे व्यक्ति का नाम पूछा और कहा कि राजपूत हो, तलवार ले आओ और मेरा गला काट दो। ये सारी बात किसी ने मोबाइल में रिकॉर्ड भी कर ली और वीडियो वायरल कर दिया। दरअसल सोमवार को सांसद रीति पाठक शहडोल अंतर्गत ब्यौहारी के विजयसोता स्टेशन में शक्तिपुंजएक्सप्रेस ट्रेन के स्टापेज के स्वागत में गईं थी। इसी दौरान सांसद पाठक को स्थानीय अशोक सिंह के साथ अन्य लोगों ने रोक लिया। हालांकि वीडियो में बार- बार सांसद रीति पाठक स्थानीय लोगों से कह रही हैं कि मेरे अकेले के विरोध से कुछ नहीं होगा। संवैधानिक स्तर पर एक प्रक्रिया के तहत सब कुछ किया जा रहा है। इस मामले में सीधी सांसद ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अभी जन्माष्टमी के कार्यक्रम में हैं।
4 comments
Ye kya bat hai mudde ki bat karo sar to un janwaro ke katege jo aarakhand rupi lalch me dube hue hai.
जो संसद मे हमारे सम्मान की रक्षा न कर सके ऐसे जनप्रतिनिधियो को नैतिकता से इस्तीफा दे देना चाहिए ।
Sach me kat dena chahiye
Aise darpok neta ko neta nahi chuna jaye inko hara ke inko aukat yad dilana hi ekamatr vikalp hai
यही बात सभी सांसद कहेंगे तो फिर कैसे विरोध होगा आज के आज सभी सवर्ण पिछड़ा व अल्पसंख्यक संसद इस्तीफा दें दें तो विरोध अपने आप हो जायेगा
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