सपाक्स प्रदर्शन : मांगी राष्ट्रीय दल की मान्यता, बड़े दलों में खलबली...देखें वीडियो
भोपाल : प्रमोशन में आरक्षण के लिए एट्रोसिटी एक्ट को लेकर प्रदेशभर में भाजपा और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन से सत्तारुढ़ दल और विपक्ष दोनों सकते में है। मध्यप्रदेश में जहां सपाक्स के पंजीयन का प्रस्ताव सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल रखा है वहीं राष्ट्रीय पार्टी के रुप में पंजीयन कराने सपाक्स ने भारत निर्वाचन आयोग में सभी दस्तावेज जमा करा प्रदेश के सभी जिलों में चुनाव लड़ने की कवायद शुरु कर दी है।
सपाक्स कर्मचारी संगठन ने सामान्य प्रशासन विभाग को मान्यता प्राप्त दल के रुप में पंजीयन के लिए प्रस्ताव दिया है लेकिन जिस तरह से प्रदेशभर में सपाक्स के साथ लोग आ रहे है उससे घबराकर सरकार ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल रखा है। वहीं सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने सपाक्स पार्टी को राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल के रूप में मान्यता दिलाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के पास सभी दस्तावेज शुरू कर दिए है। पार्टी प्रदेश में सभी विधानसभा सीटो पर चुनाव लड़ाने की तैयारी में है।
प्रमोशन में रिजर्वेशन के बाद एट्रोसिटी एक्ट को लेकर सरकार के विरोध में आए सपाक्स ने नीमच में विशाल प्रदर्शन के बाद आज मंदसौर में अपना प्रदर्शन किया और सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर सभा की। सपाक्स के बैनर तले जिलों में अलग अलग इकाइयों द्वारा भी विरोध किए जा रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से सरकार को माई के लाल की ताकत का अहसास कराने के लिए किए जा रहे प्रदर्शन की कमान रिटायर्ड आईएएस और अन्य अधिकारियों ने संभाल रखी है। इनका कहना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही वोट के लिए अन्यायपूर्ण नीति अपना रहे हैं।
सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी तथा संगठन से जुड़े अन्य अधिकारियों की टीम आज मंदसौर में है। मंदसौर में इनके द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान को कोड कर प्रमोशन में रिजर्वेशन को लेकर विरोध और तगड़ा करने के लिए कहा जा रहा है जिसमें माई के लाल को चुनौती देने की बात कही गई थी। वक्ताओं ने कहा कि सरकार वर्गभेद की स्थिति पैदा कर विवाद कराना चाहती है पर सपाक्स जरूरतमंदों को आरक्षण देने के विरोध में नहीं है। प्रमोशन में रिजर्वेशन के लिए हाईकोर्ट के आदेश को माने बगैर सरकार के विरुद्ध सपाक्स का आंदोलन चलता रहेगा और चुनाव लड़कर भी सपाक्स इसका अहसास भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को कराएगा।
सपाक्स कर्मचारी संगठन ने सामान्य प्रशासन विभाग को मान्यता प्राप्त दल के रुप में पंजीयन के लिए प्रस्ताव दिया है लेकिन जिस तरह से प्रदेशभर में सपाक्स के साथ लोग आ रहे है उससे घबराकर सरकार ने इस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल रखा है। वहीं सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी ने सपाक्स पार्टी को राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक दल के रूप में मान्यता दिलाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के पास सभी दस्तावेज शुरू कर दिए है। पार्टी प्रदेश में सभी विधानसभा सीटो पर चुनाव लड़ाने की तैयारी में है।
प्रमोशन में रिजर्वेशन के बाद एट्रोसिटी एक्ट को लेकर सरकार के विरोध में आए सपाक्स ने नीमच में विशाल प्रदर्शन के बाद आज मंदसौर में अपना प्रदर्शन किया और सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर सभा की। सपाक्स के बैनर तले जिलों में अलग अलग इकाइयों द्वारा भी विरोध किए जा रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से सरकार को माई के लाल की ताकत का अहसास कराने के लिए किए जा रहे प्रदर्शन की कमान रिटायर्ड आईएएस और अन्य अधिकारियों ने संभाल रखी है। इनका कहना है कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही वोट के लिए अन्यायपूर्ण नीति अपना रहे हैं।
सपाक्स के संरक्षक हीरालाल त्रिवेदी तथा संगठन से जुड़े अन्य अधिकारियों की टीम आज मंदसौर में है। मंदसौर में इनके द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उस बयान को कोड कर प्रमोशन में रिजर्वेशन को लेकर विरोध और तगड़ा करने के लिए कहा जा रहा है जिसमें माई के लाल को चुनौती देने की बात कही गई थी। वक्ताओं ने कहा कि सरकार वर्गभेद की स्थिति पैदा कर विवाद कराना चाहती है पर सपाक्स जरूरतमंदों को आरक्षण देने के विरोध में नहीं है। प्रमोशन में रिजर्वेशन के लिए हाईकोर्ट के आदेश को माने बगैर सरकार के विरुद्ध सपाक्स का आंदोलन चलता रहेगा और चुनाव लड़कर भी सपाक्स इसका अहसास भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों को कराएगा।
5 comments
बहुत सुंदर, आंदोलन जारी रहे। सत्ता को झुका देना है।
कुछ गधे बुद्धिजिवी वर्ग को चलाने का प्रयास कर रहे हैं
Hum he maai ke laal
panchpermeshar hai.sc court ka nirnaya
जातिगत आधार पर नही हमें आर्थिक आधार पर आरक्षण चाहिये। जगजीवन राम तथा मायावती के परिवारों को क्यो चाहिए आरक्षण।
मेजर आर पी एस भदौरिया
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