भाजपा ने लिखी विन्ध्य के विकास की इबारत : मंत्री राजेन्द्र शुक्ल
भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में विन्ध्य क्षेत्र तेजी से पुष्पित-पल्लबित होने वाले क्षेत्र के रूप में उभरा है। इस क्षेत्र का जितना विकास पिछले एक दशक में हुआ उतना पिछले छ: दशक में भी नहीं हुआ। या यूं कहें कि छ: दशक के कांग्रेस राज ने इस क्षेत्र की उपेक्षा की व यहां की जनता को अपने छल-कपट के प्रपंच में फंसाएं रखा। जो क्षेत्र कभी एक प्रदेश रहा हो और रीवा को राजधानी का गौरव हासिल रहा हो वही क्षेत्र दशकों दुर्दशा के आंसू बहाता रहा, और उस पर भी कांग्रेस की राजनीति चलती रही। 2004 में जब भाजपा ने प्रदेश के सरकार की बागडोर संभाली उससे पहले तक प्राय: हर क्षेत्र में गहरी निराशा, ठहराव और कुंठा थी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में विकास की संभावनाओं के द्वार खोले उसी का प्रतिफल है कि आज विन्ध्य प्रदेश में तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है।
खेती का प्राण 'बाण सागर'
हम बाणसागर से अपनी बात शुरू करें। 1978 में तत्कालीन जनता पार्टी की सरकार (जिसमें भाजपा अपने पुराने स्वरूप जनसंघ के रूप में शामिल थी) ने इस बहुउद्देशीय परियोजना की आधारशिला रखी। जननायक स्वर्गीय यमुना प्रसाद शास्त्री की पहल पर प्रधानमंत्री श्री मोरार जी देसाई ने भूमिपूजन करते हुए घोषणा की थी कि एक दशक के भीतर यह परियोजना विन्ध्य क्षेत्र की काया और किस्मत पलट देगी। बाद में कांग्रेस की सरकार आयी तो बाणसागर परियेाजना उसकी प्राथमिकता से बाहर हो गई। सत्तर-अस्सी का दशक बीता फिर सदी बदल गई, बाणसागर परियोजना कागज से निकलकर भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंस गई। उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी थी, किसान निराश थे। 2004 में जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो उम्मीदों की किरण दिखने लगी। नए सिरे से पहल शुरू हुयी। वर्ष 2007 में वह शुभ दिन भी आया, जब हमारे नेता मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आमंत्रण पर, श्री अटलबिहारी वाजपेयी जी बाणसागर पधारे व सिंचाई की नहरों का शुभारंभ किया।
विन्ध्य की धरती सस्य श्यामला हो गई। तब से लेकर आज तक बाणसागर की नहरों का दायरा और संजाल बढ़ा। हर गाँव आज सोन की आरती के लिए थाल सजाए खड़ा है। अब तक ढाई लाख एकड़ भूमि सिंचित हो गई। दो साल के भीतर यह रकबा पांच लाख एकड़ हो जाएगा। किसानों की किस्मत पलट गई। विन्ध्य की धरती सोना उगलने लगी। विन्ध्यवासी धनधान्य से सम्पन्न हो रहे हैं। मध्यप्रदेश की 24 प्रतिशत की कृषि विकास दर में इनका भी अतुलनीय योगदान है। खेतों की प्यास बुझ गई, लोगों के कंठ तर होने लगे और कारखानों के टरबाइन्स ने भी गति पकड़ी है। यह श्री शिवराज सिंह चौहान जी उनकी सरकार उनकी टीम के नेतृत्व व मेहनत का प्रतिफल है। बाणसागर का पानी जिस दिन क्षेत्र के 90 प्रतिशत रकबे तक पहुँचने लगेगा वह दिन खेती किसानी का स्वर्णकाल होगा। वह दिन अब दूर नहीं।
विश्वस्तरीय हाइवे नेटवर्क
जिन लोगों ने भोगा है वे जानते है कि 2004 से पहले यहाँ की सड़कें, राज्य व राष्ट्रीय राजमार्ग कैसे थे। कहते हैं कि उन दिनों सड़कों पर चलने से न सिर्फ वाहनों अपितु यात्रियों की उम्र की भी घट जाती थी, ह्रदय रोग मरीज घर से निकलने से बचने लगे थे। रीढ़ की हड्डी तक चटख जाती थी। गढ्ढे में सड़क है कि सड़क में गढ्ढा कह पाना मुश्किल था। दुर्गति के दिनों से मुक्ति मिलेगी, यही आस लगाकर जनता ने भाजपा को विश्वास दिया और प्रदेश में सरकार बनी। आपको जानकर सुखद अनूभूत होगी कि विन्ध्य क्षेत्र प्रदेश का सबसे बड़ा नेशनल हाइवे जंक्शन बनने जा रहा है। रीवा से जबलपुर-बनारस, इलाहाबाद, सिंगरौली होते हुए रांची, शहडोल होते हुए बिलासपुर सतना होते भोपाल, उधर झांसी, ग्वालियर चौतरफा नेशनल हाइवे का वर्ल्ड क्लास नेटवर्क तैयार हो रहा है। इलाहाबाद से चितरंगी होते हुए छत्तीसगढ़ जाने के लिए नया नेशनल हाइवे मंजूर हुआ है। चारों और युद्धस्तर पर निर्माण चल रहा है। वह दिन दूर नहीं जब सड़क परिवहन व सड़कों के मामले में हमारा विन्ध्य न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश में जाना जाएगा। यह सब कुछ भाजपा सरकार के नेतृत्व व ढृढ़ इच्छाशक्ति से सफल हो पाया। कांग्रेस राज के साठ साल पर छ: साल कई गुना भारी हैं। रीवा शहर प्रदेश के उन महानगरों में शामिल हो चुका है जहाँ शानदार जगमगाते फ्लाई-ओवर हैं। भला इस तरक्की की रफ्तार को अब कौन रोक सकता है ?
दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट
विन्ध्य की तरक्की के पंख लग चुके है। विकास के क्षितिज में अलग आभा दिखने लगी है। रीवा जिले के गुढ़-बदवार के बंजर पठार पर अब विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगने जा रहा है। 750 मेगावाट का सोलर प्लांट विन्ध्य की ख्याति का नया अध्याय गढ़ने वाला है। इससे पहले अमेरिका के कैलीफोर्निया को यह गौरव हासिल था। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने क्लीन एनर्जी, ग्रीन-एनर्जी का जो नारा दिया है विन्ध्य में हम इसे श्री शिवराज सिंह जी के नेतृत्व में पूरा करने जा रहा रहे हैं।
इस सोलर प्लांट में विश्व के कई विकसित देशों की कम्पनियाँ आने को आतुर हैं। आने वाले वर्षों में विन्ध्य नवकरणीय ऊर्जा की भी राजधानी बन जाएगा। सिंगरौली क्लस्टर में अब लगभग 13 हजार मेगावाट बिजली बनने लगी है। प्रदेश सरकार ने नीतिपंगुता को खत्म किया इसलिए यह संभव हो पाया। विन्ध्य की धरती पर कोई एक लाख करोड़ रूपए का निवेश पाइप लाइन में हैं। सीमेंट के उत्पादन में हम अग्रणी है। देश की हर दसवीं इमारत में हमारी रत्नगर्भा धरती से निकले खनिज से बनी सीमेंट लगी है। हर दसवां घर हमारी धरती में बनी बिजली से रोशन है। मध्यप्रदेश की आर्थिक विकास दर में विन्ध्य का योगदान अतुलनीय है, इसीलिये विकास हमारा हक है और इसे हम हासिल कर रहे है।
स्वास्थ्य सेवाओं का स्वास्थ्य
रोटी, कपड़ा और मकान के बाद स्वास्थ्य और शिक्षा वरीयताओं में से प्रमुख है। स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। पिछले पांच सालों के भीतर रीवा में एक जिला अस्पताल, वेटरनरी कॉलेज तो खुले ही हैं, रीवा में जल्दी ही शुरू होने वाला सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने जा रहा है। विन्ध्यवासियों को अब इलाज के लिए दूसरे महानगरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। जटिल से जटिल मर्जों का इलाज अब यहीं संभव हो सकेगा। ये सुपर-स्पेशलटी हॉस्पिटल भाजपा सरकार की सौगात है इसकी अधासंरचना को संभव प्रदेश की सरकार ने बनाया है। विन्ध्य क्षेत्र में लोगों की क्रय शक्ति तेजी से बढ़ी है। आमदनी और रोजगार के नए क्षेत्रों के खुलने से सेवाक्षेत्र में भी संभावनाओं के द्वार खुले हैं। आप देखेंगे कि शीघ्र ही बड़े समूहों के अस्पतालों की श्रृंखला यहाँ भी शुरू हो जाएगी। सेवा क्षेत्र में विकास का यह वातावरण भारतीय जनता पार्टी की सरकार व श्री शिवराज सिंह जी के कुशल नेतृत्व से ही संभव हो पाया है।
विश्व प्रथम व्हाइट टाइगर सफारी
विन्ध्यवासियों की आकांक्षाओं को जिस संवेदना के साथ भाजपा सरकार ने समझा है, वैसा अब तक किसी ने नहीं। दुनिया विन्ध्य को सफेद शेरों की प्रसूता भूमि के रूप में जानता है। यह गौरव पिछले 40 वर्षों से हमसे छिना हुआ था। यहां सफेद शेर नहीं थे। यहां के लोगों की भावनाओं के समझते हुए वर्ष 2007 में पहल की गई कि यहां के विश्वस्तरीय व्हाइट टाइगर सफारी, जू, ब्रार्डिंग एण्ड रेस्क्यू सेंटर बनाया जाए। श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में इस परिकल्पना को मूर्त रूप मिला। 3 अप्रैल 20016 को मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण हुआ। माननीय केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, श्री प्रकाश जावड़ेकर के आतिथ्य में उनके साथ हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व के प्रथम व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी की परिकल्पना है कि इस सफारी को विश्व के महत्वपूर्ण वन्यजीव पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाए। हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे है। मुख्यमंत्री जी ने विन्ध्य में पर्यटन क्रांति को बढ़ावा देने की लिए रीवा में डेमोस्टिक एयरपोर्ट की घोषणा की है। केन्द्र सरकार से इस दिशा में संवाद चल रहा है। वह दिन दूर नहीं जब यहां नियमित उड़ानों के जरिए पर्यटक पहुँचने लगेंगे। शहर के बीच में नदी का प्रवाह सौभाग्य सूचक होता है। रीवा शहर को यह सौभाग्य मिला हुआ है। नदी के बीच बने द्वीप में इको पर्यटन केन्द्र विकसित किया जा रहा है। हमारी परिकल्पना है कि रीवा की खूबसूरत नदी का विकास, साबरमती नदी का भांति हो। इसकी जगमगाहट से पर्यटकों को लंदन की टेम्स नदी की याद आए। विकास इसी दिशा की ओर बढ़ रहा है। बुनियादी अधोसंरचना के साथ-साथ पर्यटन व संस्कृति का भी विकास जरूरी हो रहा है। भरतीय जनता पार्टी की छत्रछाया मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी व वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विन्ध्य विकास की नई इबारत गढ़ने जा रहा है, और हर विन्ध्यवासी आज विकास के इस प्रतिमान पर गर्वित है।
----- लेखक, म.प्र. के खनिज, ऊर्जा व जनसंपर्क मंत्री हैं।
खेती का प्राण 'बाण सागर'
हम बाणसागर से अपनी बात शुरू करें। 1978 में तत्कालीन जनता पार्टी की सरकार (जिसमें भाजपा अपने पुराने स्वरूप जनसंघ के रूप में शामिल थी) ने इस बहुउद्देशीय परियोजना की आधारशिला रखी। जननायक स्वर्गीय यमुना प्रसाद शास्त्री की पहल पर प्रधानमंत्री श्री मोरार जी देसाई ने भूमिपूजन करते हुए घोषणा की थी कि एक दशक के भीतर यह परियोजना विन्ध्य क्षेत्र की काया और किस्मत पलट देगी। बाद में कांग्रेस की सरकार आयी तो बाणसागर परियेाजना उसकी प्राथमिकता से बाहर हो गई। सत्तर-अस्सी का दशक बीता फिर सदी बदल गई, बाणसागर परियोजना कागज से निकलकर भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंस गई। उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी थी, किसान निराश थे। 2004 में जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो उम्मीदों की किरण दिखने लगी। नए सिरे से पहल शुरू हुयी। वर्ष 2007 में वह शुभ दिन भी आया, जब हमारे नेता मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आमंत्रण पर, श्री अटलबिहारी वाजपेयी जी बाणसागर पधारे व सिंचाई की नहरों का शुभारंभ किया।
विन्ध्य की धरती सस्य श्यामला हो गई। तब से लेकर आज तक बाणसागर की नहरों का दायरा और संजाल बढ़ा। हर गाँव आज सोन की आरती के लिए थाल सजाए खड़ा है। अब तक ढाई लाख एकड़ भूमि सिंचित हो गई। दो साल के भीतर यह रकबा पांच लाख एकड़ हो जाएगा। किसानों की किस्मत पलट गई। विन्ध्य की धरती सोना उगलने लगी। विन्ध्यवासी धनधान्य से सम्पन्न हो रहे हैं। मध्यप्रदेश की 24 प्रतिशत की कृषि विकास दर में इनका भी अतुलनीय योगदान है। खेतों की प्यास बुझ गई, लोगों के कंठ तर होने लगे और कारखानों के टरबाइन्स ने भी गति पकड़ी है। यह श्री शिवराज सिंह चौहान जी उनकी सरकार उनकी टीम के नेतृत्व व मेहनत का प्रतिफल है। बाणसागर का पानी जिस दिन क्षेत्र के 90 प्रतिशत रकबे तक पहुँचने लगेगा वह दिन खेती किसानी का स्वर्णकाल होगा। वह दिन अब दूर नहीं।
विश्वस्तरीय हाइवे नेटवर्क
जिन लोगों ने भोगा है वे जानते है कि 2004 से पहले यहाँ की सड़कें, राज्य व राष्ट्रीय राजमार्ग कैसे थे। कहते हैं कि उन दिनों सड़कों पर चलने से न सिर्फ वाहनों अपितु यात्रियों की उम्र की भी घट जाती थी, ह्रदय रोग मरीज घर से निकलने से बचने लगे थे। रीढ़ की हड्डी तक चटख जाती थी। गढ्ढे में सड़क है कि सड़क में गढ्ढा कह पाना मुश्किल था। दुर्गति के दिनों से मुक्ति मिलेगी, यही आस लगाकर जनता ने भाजपा को विश्वास दिया और प्रदेश में सरकार बनी। आपको जानकर सुखद अनूभूत होगी कि विन्ध्य क्षेत्र प्रदेश का सबसे बड़ा नेशनल हाइवे जंक्शन बनने जा रहा है। रीवा से जबलपुर-बनारस, इलाहाबाद, सिंगरौली होते हुए रांची, शहडोल होते हुए बिलासपुर सतना होते भोपाल, उधर झांसी, ग्वालियर चौतरफा नेशनल हाइवे का वर्ल्ड क्लास नेटवर्क तैयार हो रहा है। इलाहाबाद से चितरंगी होते हुए छत्तीसगढ़ जाने के लिए नया नेशनल हाइवे मंजूर हुआ है। चारों और युद्धस्तर पर निर्माण चल रहा है। वह दिन दूर नहीं जब सड़क परिवहन व सड़कों के मामले में हमारा विन्ध्य न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश में जाना जाएगा। यह सब कुछ भाजपा सरकार के नेतृत्व व ढृढ़ इच्छाशक्ति से सफल हो पाया। कांग्रेस राज के साठ साल पर छ: साल कई गुना भारी हैं। रीवा शहर प्रदेश के उन महानगरों में शामिल हो चुका है जहाँ शानदार जगमगाते फ्लाई-ओवर हैं। भला इस तरक्की की रफ्तार को अब कौन रोक सकता है ?
दुनिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट
विन्ध्य की तरक्की के पंख लग चुके है। विकास के क्षितिज में अलग आभा दिखने लगी है। रीवा जिले के गुढ़-बदवार के बंजर पठार पर अब विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट लगने जा रहा है। 750 मेगावाट का सोलर प्लांट विन्ध्य की ख्याति का नया अध्याय गढ़ने वाला है। इससे पहले अमेरिका के कैलीफोर्निया को यह गौरव हासिल था। हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने क्लीन एनर्जी, ग्रीन-एनर्जी का जो नारा दिया है विन्ध्य में हम इसे श्री शिवराज सिंह जी के नेतृत्व में पूरा करने जा रहा रहे हैं।
इस सोलर प्लांट में विश्व के कई विकसित देशों की कम्पनियाँ आने को आतुर हैं। आने वाले वर्षों में विन्ध्य नवकरणीय ऊर्जा की भी राजधानी बन जाएगा। सिंगरौली क्लस्टर में अब लगभग 13 हजार मेगावाट बिजली बनने लगी है। प्रदेश सरकार ने नीतिपंगुता को खत्म किया इसलिए यह संभव हो पाया। विन्ध्य की धरती पर कोई एक लाख करोड़ रूपए का निवेश पाइप लाइन में हैं। सीमेंट के उत्पादन में हम अग्रणी है। देश की हर दसवीं इमारत में हमारी रत्नगर्भा धरती से निकले खनिज से बनी सीमेंट लगी है। हर दसवां घर हमारी धरती में बनी बिजली से रोशन है। मध्यप्रदेश की आर्थिक विकास दर में विन्ध्य का योगदान अतुलनीय है, इसीलिये विकास हमारा हक है और इसे हम हासिल कर रहे है।
स्वास्थ्य सेवाओं का स्वास्थ्य
रोटी, कपड़ा और मकान के बाद स्वास्थ्य और शिक्षा वरीयताओं में से प्रमुख है। स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। पिछले पांच सालों के भीतर रीवा में एक जिला अस्पताल, वेटरनरी कॉलेज तो खुले ही हैं, रीवा में जल्दी ही शुरू होने वाला सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने जा रहा है। विन्ध्यवासियों को अब इलाज के लिए दूसरे महानगरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। जटिल से जटिल मर्जों का इलाज अब यहीं संभव हो सकेगा। ये सुपर-स्पेशलटी हॉस्पिटल भाजपा सरकार की सौगात है इसकी अधासंरचना को संभव प्रदेश की सरकार ने बनाया है। विन्ध्य क्षेत्र में लोगों की क्रय शक्ति तेजी से बढ़ी है। आमदनी और रोजगार के नए क्षेत्रों के खुलने से सेवाक्षेत्र में भी संभावनाओं के द्वार खुले हैं। आप देखेंगे कि शीघ्र ही बड़े समूहों के अस्पतालों की श्रृंखला यहाँ भी शुरू हो जाएगी। सेवा क्षेत्र में विकास का यह वातावरण भारतीय जनता पार्टी की सरकार व श्री शिवराज सिंह जी के कुशल नेतृत्व से ही संभव हो पाया है।
विश्व प्रथम व्हाइट टाइगर सफारी
विन्ध्यवासियों की आकांक्षाओं को जिस संवेदना के साथ भाजपा सरकार ने समझा है, वैसा अब तक किसी ने नहीं। दुनिया विन्ध्य को सफेद शेरों की प्रसूता भूमि के रूप में जानता है। यह गौरव पिछले 40 वर्षों से हमसे छिना हुआ था। यहां सफेद शेर नहीं थे। यहां के लोगों की भावनाओं के समझते हुए वर्ष 2007 में पहल की गई कि यहां के विश्वस्तरीय व्हाइट टाइगर सफारी, जू, ब्रार्डिंग एण्ड रेस्क्यू सेंटर बनाया जाए। श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में इस परिकल्पना को मूर्त रूप मिला। 3 अप्रैल 20016 को मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण हुआ। माननीय केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, श्री प्रकाश जावड़ेकर के आतिथ्य में उनके साथ हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व के प्रथम व्हाइट टाइगर सफारी का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी की परिकल्पना है कि इस सफारी को विश्व के महत्वपूर्ण वन्यजीव पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाए। हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे है। मुख्यमंत्री जी ने विन्ध्य में पर्यटन क्रांति को बढ़ावा देने की लिए रीवा में डेमोस्टिक एयरपोर्ट की घोषणा की है। केन्द्र सरकार से इस दिशा में संवाद चल रहा है। वह दिन दूर नहीं जब यहां नियमित उड़ानों के जरिए पर्यटक पहुँचने लगेंगे। शहर के बीच में नदी का प्रवाह सौभाग्य सूचक होता है। रीवा शहर को यह सौभाग्य मिला हुआ है। नदी के बीच बने द्वीप में इको पर्यटन केन्द्र विकसित किया जा रहा है। हमारी परिकल्पना है कि रीवा की खूबसूरत नदी का विकास, साबरमती नदी का भांति हो। इसकी जगमगाहट से पर्यटकों को लंदन की टेम्स नदी की याद आए। विकास इसी दिशा की ओर बढ़ रहा है। बुनियादी अधोसंरचना के साथ-साथ पर्यटन व संस्कृति का भी विकास जरूरी हो रहा है। भरतीय जनता पार्टी की छत्रछाया मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी व वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व व मार्गदर्शन में विन्ध्य विकास की नई इबारत गढ़ने जा रहा है, और हर विन्ध्यवासी आज विकास के इस प्रतिमान पर गर्वित है।
----- लेखक, म.प्र. के खनिज, ऊर्जा व जनसंपर्क मंत्री हैं।

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