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प्रदेश मुखिया शिवराज सिंह चौहान को उनके करीबी जनप्रतिनिधि छोटे से मामलों को सांप्रदायिक रंग देकर गिरा रहे हैं साख : मो. तारिक

भोपाल ! गो-रक्षकों व सलाटर हाउस विरोध पर मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद भी कतिपय संगठन स्लॉटर हाउस मामले को प्रदूषण की आड़ में सांप्रदायिक रंग द बैठे ! स्लॉटर हाउस मामले में समस्या के निदान हेतु इस संबंध में शासन-प्रशासन अथवा नगर निगम द्वारा यदि मुस्लिम बुद्धिजीवी वर्ग से राय लेता तो वह एक स्वर में राय देता की वर्तमान सलाटर हाउस में जहां 60-70 पशुओं को बलि दी जाती है वही उसी स्थान पर भविष्य को ध्यान में रखते हुए 200 पशुओं की बलि हेतु आधुनिक स्लाटर हाउस का निर्माण करा जाए साथ ही में मीट निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए मटन विक्रय हेतु कवर्ड-शॉप शर्त के साथ लाइसेंस प्रदान किया जाए !           


"लेकिन सच तो यह पूर्व परिषद (भाजपा की ही पूर्व परिषद) द्वारा पारित नगर निगम द्वारा अपनी आय बढ़ाने के लिए वर्तमान 60-70 पशुओं के बजाए 800 पशुओं की बलि के लिए आधुनिक स्लाटर हाउस निर्माण योजना से उपजा सांप्रदायिक विवाद जिसे सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों ने एनजीटी का हवाला देकर खूब भुनाया !"     

जबकि एनजीटी ने स्लॉटर हाउस आकर मौका मुआयना नहीं करा न हीं आसपास का क्षेत्र देखा है ! जहां उद्योग क्षेत्र की बात की जा रही है तो शहरों के अंदर बने टॉकीज उद्योग वर्ग में ही आते हैं जहां ध्वनि प्रदूषण हो रहा है ! अब एनजीटी ने तो पहले DJ के लिए भी रोक लगाई थी क्योंकि उससे भी ध्वनि प्रदूषण होता है लेकिन माननीयों ने अपना सोचकर .... ? एनजीटी को भोपाल स्लॉटर हाउस के पास नाला जो पुरानी विधानसभा से लेकर कोच फैक्ट्री जाता है उसके लिए केंद्र द्वारा प्रोजेक्ट के अंदर धनराशि आई थी ! नाला कहां बना है कहां नहीं बना है उन नाले से 9 मीटर की दूरी तक ग्रीनलैंड के लिए भूमि आरक्षित की जाकर वृक्षारोपण किया गया है कि नहीं !

लोकतंत्र में सत्ता परिवर्तन, पद मुक्त होना य पद हस्तांतरण कोई नई बात नहीं ! भीतरघात कहें, लालफीताशाही द्वारा बुना गया ताना बाना व्यापम घोटाला ! ऐसा माना जा रहा है माननीय शिवराज सिंह चौहान जी इस मामले में निर्दोष साबित होंगे क्योंकि वह बहुत गरीब परिवार से और उनका छात्र जीवन भी उन हालातों में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करना और राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष स्तर की छात्र राजनीति भाजपा युवा मोर्चा ! वैसे देखा जाए तो व्यापमं भ्रष्टाचार के अन्य मामले यह कोई नया मामला नहीं है इसके पूर्व भी जो भी सत्ता में रहा उस के शासन काल में भी काफी कुछ चला है लेकिन सत्ता में आने पर तू मेरी मत कहना मैं तेरी नहीं कहूंगा बस यही जो बस यही रीत और नीत के चलते 1947 से लेकर 69 सालों तक यही आपसी मध्यस्ता चलती रही !

इस 12 वर्षों के कार्यकाल में शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता राष्ट्रीय स्तर पर नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद अपनी कार्य कुशलता और दक्षता पर अर्जित की गई है ! सर्वधर्म, सर्वहारा, गरीबों का मसीहा, निर्विवाद व्यक्तित्व छवि, बुजुर्ग महिलाओं का सम्मान, युवाओं के प्रेरणास्त्रोत, अल्पसंख्यकों का हितेषी और क्यों ना कहूं 1947 से लेकर धर्मनिरपेक्ष दल रहे उन्होंने अपने कार्यकाल में वह नहीं कर पाए अल्पसंख्यकों के हितों के लिए जो माननीय शिवराज सिंह चौहान ने अपने 12 वर्ष के कार्यकाल में कर दिखाया ! शिवराज सिंह चौहान सरकार की उपलब्धियों में सबसे अधिक लोकप्रियता अर्जित की है वह अपने वरिष्ठ सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी जी द्वारा लोकसभा 2004 में हज के लिए सीधी उड़ान व हज हाउस की वादा निभाया है !

शिवराज सिंह चौहान सरकार की उपलब्धियों में खेल युवा कल्याण विभाग के 04 करोड़ के बजट को 300 करोड़ के से भी अधिक बजट कर खेल, खिलाड़ी को खेल मैदान का सम्मान कर हॉकी संघों के आपसी विवाद, हॉकी के गिरते स्तर को सुधारने-सवारने के लिए भोपाल ऐशबाग हॉकी स्टेडियम का जीर्णोद्धार ओबेदुल्ला खान गोल्ड कप हॉकी प्रतियोगिता का उच्च स्तर पर आयोजन लेकिन संघ कहां चाहते हैं कि खेलों का विकास हो "न्यायलय प्रदर्शन और आंदोलन धमकियों के बाद भी न हारा शिवराज" अब होगा अब्दुल्ला खान हेरिटेज गोल्ड कप हाकी प्रतियोगिता का आयोजन भोपाल में !
"अब तो वैचारिक द्वंद हैं "
मो. तारिक (स्वतंत्र लेखक)

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