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रीवा जिले को सूखा ग्रस्त घोषित करे सरकार : सिंह



सूखे के भीषण संकट में रीवा जिला सांसद विधायक जन प्रतिनिधित्व में असफल सूखा ग्रस्त नहीं करा पाए तो दें स्तीफा
 
एमपी ऑनलाइन न्यूज़ रिपोर्टर राहुल तिवारी 
 रीवा/जवा : जवा तहसील अंतर्गत जनता के हित में संघर्षों के पर्याय के रूप में पहचान रखने वाले पूर्व जनपद सदस्य एवं कांग्रेस नेता त्रिवेणी सिंह ने तराई अंचल की तहसीलें जवा त्योंथर ही नही समूचे रीवा जिले को सूखा ग्रस्त घोषित करने की माँग सरकार से की है।

प्रदेश सरकार द्वारा घोषित सूखा ग्रस्त जिलों की सूची में रीवा जिल ही नही एक भी तहसील का नाम न होने को जिले के विधायकों एवं सांसद को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे नैतिक रूप से जनता का प्रतिनिधित्व करने में असफल होने के कारण त्यागपत्र देने की माँग की है।

श्री सिंह ने जवा में पत्रकार वार्ता में जिले के प्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा जवा तहसील और त्योंथर तहसील में जिले के अंदर सबसे कम वर्षा हुई है।वर्षा में कभी खेत भरे नहीं ।जो भी वर्षा हुई वह केवल रास्तों में कीचड़ करने तक सीमित रही ।यही हालत लगभग समूचे रीवा जिले का रहा।किसान और खेतिहर मजदूर के समक्ष भोजन का संकट आ खड़ा हुआ ।खरीफ की फसल तो गई अब रवी की बोनी तक नहीं हो पायेगी।जो किसान थोड़ी बहुत बोर कराकर सिंचाई की व्यवस्था किये थे उनकी फसलों को बिजली की गुमशुदगी ने तबाह कर दिया।समूचे तराई अंचल एवं रीवा जिले में सूखे से हाहाकार मचा हुआ है।लोगों को अभी से पीने के पानी की चिंता सताने लगी है।

श्री सिंह ने कहा जनता लोकतंत्र में अपना प्रतिनिधि चुनती है अपनी बात सरकार तक पहुचाने के लिए ।परंतु रीवा जिले के विधायकों एवं सांसद ने जनता के भरोसे को धोखा दिया है।जब प्रदेश सरकार सूखा ग्रस्त जिलों की सूची तैयार कर रही थी तब रीवा जिले के ये जनप्रतिनिधि क्या कर रहे थे ? यह रीवा की जनता जानना चाहती है।क्या इन प्रतिनिधियों को सूखा एवं जनता की छटपटाहट नही दिख रही थी ? क्या सत्ता के सुख में डूबे इन जनप्रतिनिधियों को यह भूल गया था की उनकी जवाबदारी जनता के प्रति है ? मैं प्रदेश सरकार के खुद को किसान पुत्र कहने वाले मुख्यमंत्री से मांग करता हूँ की समूचे रीवा जिले को सूखा ग्रस्त घोषित कर किसानों की समुचित मदद करें ।साथ ही मैं रीवा जिले के तमाम विधायकों एवं सांसद से जनता के साथ विश्वास घात करने तथा जनता के प्रति जवाबदेही निर्वहन में असफल रहने के कारण नैतिक रूप से त्यागपत्र देने की माँग करता हूँ ।

श्री सिंह की माँग पर जब हमारे जवा संवाददाता  ने याद दिलाया की आपके दल के भी दो विधायक जिले में हैं क्या वो भी त्यागपत्र दे ? इस पर श्री सिंह ने कहा मेरी माँग दल के लिए नहीं जनता के लिए है।रीवा जिले का सूखा ग्रस्त जिलों की सूची में नाम न होना सभी विधायकों की असफलता एवं दायित्व के प्रति संवेदनहीनता का प्रमाण है।इसलिए सभी को त्यागपत्र दे देना चाहिए ।

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