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रीवा में पदस्थ एक इंजीनियर के घर में रीवा लोकायुक्त ने मारा छापा



सतना। नगरीय प्रशासन विभाग के ज्वांइट डायेक्टर रीवा आफिस में पदस्थ एक इंजीनियर के घर में रीवा लोकायुक्त ने दबिश दी है। बताया गया कि मध्यप्रदेश लोकायुक्त संगठन भोपाल के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायालय के सर्च वारंट की परमीशन मिलने के बाद कार्रवाई की जा रही है।

प्रथम द्रष्टा नगदी, सोना-चांदी, घर और जमीन मिलाकर 1 करोड़ से अधिक संपति की बात सामने आ रही है। यह कार्रवाई रीवा लोकायुक्त की 25 सदस्यीय टीम डीएसपी बीके पटेल के नेतृत्व में कर रही है। लोकायुक्त संगठन भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रहा है।

ये है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की अलसुबह 5.30 बजे रीवा लोकायुक्त की टीम तारेश शुक्ला इंजीनियर जेडी ऑफिस रीवा (नगरीय प्रशासन विभाग) निवासी अमरपाटन के रामनगर रोड पर स्थित आवास पर दबिश दी। जिस समय लोकायुक्त की टीम इंजीनियर के आवास पर पहुंची तो ज्यादातर घर और मोहल्ला के लोग गहरी निद्रा में सो रहे थे।

आलमारियों की तलाशी ली

जैसे ही 25 सदस्यीय टीम तारेश शुक्ला के घर की कुंड़ी खटखटाई तो कुछ समय के लिए घर के लोग कुछ नहीं समझ पाए। फिर बाद में तारेश शुक्ला को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके बाद सर्च वारंट दिखाकर घर के रिकार्ड और आलमारियों की तलाशी ली गई। जहां से सोना-चांदी, घर और जमीन को मिलाकर 1 करोड़ से अधिक की संपति मिली है।

नपं अमरपाटन में रह चुका है इंजीनियर
बता दें कि 20 वर्ष के सेवाकाल में 1 करोड़ रुपए से ऊपर की काली कमाई करने वाला इंजीनियर नगर पंचायत अमरपाटन में वर्षों तक पदस्थ था। फिर इसके बाद जेडी आफिस में तैनात किया गया। फिर भी काला कमाई का सिलसिला जारी रहा। उक्त इंजीनियर के काले कारनामे की शिकायत मध्यप्रदेश लोकायुक्त संगठन भोपाल तक की गई थी। आय से अधिक संपति की पुष्टि होने के बाद जिला एवं सत्र न्यायालय से सर्च वारंट की परमीशन लेकर दबिश दी गई।

सर्च टीम में ये हरे शामिल
लोकायुक्त की सर्च टीम में बीके पटेल डीएसपी रीवा लोकायुक्त, अरविंद तिवारी निरीक्षक, एसएन शर्मा निरीक्षक, विध्यावारिध तिवारी निरीक्षक, आरक्षक विपिन त्रिवेदी, अखिलेश पटेल, सुरेंद्र मिश्रा सहित दो राजपत्रक अधिकारी एसके तिवारी आदिमजाति कल्याण विभाग, अखिलेश शर्मा बदराव स्कूल रीवा को साक्षी बनाकर दोपहर 12 बजे तक कार्रवाई जारी रही।

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