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सतना में बंद होंगे 20 से कम छात्र संख्या वाले 400 स्कूल

सतना | सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के मकसद से अब छोट स्कूलों यानी कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बड़े स्कूलों में मर्ज करने की कवायद की जा रही है। हाल ही में जिले के दौरे पर आए स्कूल शिक्षा मंत्री ने बैतूल जिले की तर्ज पर कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को मर्ज कर एक बेहतर स्कूल स्थापित करने की बात कही थी। इसके तहत अब यह कार्रवाई की जा रही है, इसमें 20 से कम छात्र संख्या होने पर उसे बडे स्कूल में मर्ज किए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए लोक शिक्षण संचालनाय ने कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की जानकारी तलब की है।

न पढ़ाई न व्यवस्था
विभागीय मंत्री विजय शाह ने यह भी कहा था कि कम छात्र संख्या वाले स्कूल में न तो ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध हो पाती हैं और न ही अकादमिक व्यस्था ही बन पाती। भवन से लेकर शिक्षक और अन्य व्यवस्था सही न होने से विद्यालय में पढ़ाई नहीं होती है। इसमें शासन का मेन पॉवर और पैसा दोनो ही खर्च होते हैं लेकिन उसका कोई सही परिणाम नहीं मिलता।

तैयार किया जाएगा कैंपस
नयी योजना के तहत कम छात्र संख्या वाले स्कूलो को बंद कर आस-पास के क्षेत्र को मिला कर एक बड़ा विद्यालय का कैंपस स्थापित किया जाएगा। इसमें विद्यालय भवन, फर्नीचर और शिक्षक से लेकर अन्य सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें प्रशिक्षित विषय विशेषज्ञ शिक्षक रखे जाएंगे। बच्चों के लाने-लेजाने के लिए निजी स्कू ल की तर्ज पर वाहन व्यवस्था भी किए जाने का प्लान है।

जिले में हैं कई स्कूल
जिले में 4 सैकड़ा के करीब कम छात्र संख्या वाले स्कूल बताए जा रहे हैं। इसके अलावा एक शिक्षकीय स्कूलों की तादत भी भरी है। कई जगह तो अतिथि शिक्षकों के  भरोसे पढ़ाई चल रही है। जानकारों का कहना है कि शासन की यह पहल तो ठीक है लेकिन यह कितनी संजीदगी से लागू हो पाती है यह उस पर निर्भर करता है। उनका मानना है की शासन की इस नई कवायद से जिले में कुछ हद सरप्लस की समस्या का समाधान होगा वहीं शैक्षणिक स्तर भी हद तक सुधरेगा।

जिले में शून्य शिक्षकीय विद्यालयों और कम छात्र संख्या वाले स्कूलों की तादाद ज्याद है। शासन से मांगी गई जानकारी जल्द ही भेज दी जाएगी।
बीएस देशलहरा, डीईओ

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