REWA NEWS : सोशल मीडिया में वायरल अभद्र वीडियो के खिलाफ ब्राह्मण समाज में आक्रोश पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
रीवा : आजकल ब्राह्मणों को गाली देना, कोसना, उन्हें कर्मकांडी, पाखंडी, लालची, भ्रष्ट, ढोंगी जैसे विशेषणों के द्वारा अपमानित करना आजकल ट्रेंड में है। कुछ लोग ब्राह्मणों को सबक सिखाना चाहते हैं, कुछ उनसे तलवे चटवाना चाहते हैं, कुछ स्वघोषित तरीके से उनके दामाद बन जाना चाहते हैं, कुछ उन्हें मंदिरों से बाहर कर देना चाहते हैं.. वगैरह-वगैरह।
कुछ कथित रूप से दलित एवं पिछड़े लोगों को लगता है कि ब्राह्मणों की वजह से ही वो 'पिछड़े' रह गये, दलितों की अपनी दलीलें हैं, कभी-कभी अन्य जातियों के लोगों के श्रीमुख से भी इस तरह की बातें सुनने को मिल जाती हैं। आमतौर से ये धारणा बनाई जा रही है कि ब्राह्मणों की वजह से समाज पिछड़ा रह गया, लोग अशिक्षित रह गये, समाज जातियों में बंट गया, देश में अंधविश्वासों को बढ़ावा मिला.. वगैरह-वगैरह। अभी कुछ दिन पहले राजगढ़ सिरमौर तहसील जिला रीवा (म.प्र.) के अनुसूचित जाति के रघुवर साकेत पिता सिपाही साकेत और कृष्णा साकेत पिता धुरपति साकेत द्वारा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में फैलाया है, जिसमें ब्राह्मणों एवं उनकी बहन बेटियों के खिलाफ अभद्र भाषा एवं टिप्पणी की गई है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन लोगों को ऐसा करने के लिए विधर्मियों एवं विदेशों से आर्थिक सहायता की जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों में जन आक्रोश फैल रहा है, तथा वर्ग संघर्ष जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। आज दिनांक 5 जुलाई 2018 को रीवा शहर के ब्राह्मणों ने पुलिस अधीक्षक रीवा को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की है, कि उक्त लोगों के द्वारा फैलाए गए वीडियो के कारण ब्राम्हण समाज के मान सम्मान को ठेस पहुंची है।
अतः दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए जिससे इस तरह की घटना कि दोबारा पुनरावृत्ति ना हो सके।
ज्ञापन देने के दौरान सपाक्स समाज रीवा के उपाध्यक्ष हिमांशु शुक्ला, सपाक्स युवा इकाई के अध्यक्ष दिलीप पांडे, सर्व कल्याणकारी ब्राह्मण संगठन के अध्यक्ष राजीव शुक्ला, जितेंद्र शर्मा, संतोष समदरिया, लक्ष्मीकांत शास्त्री, शिव प्रसाद मिश्रा, शिवम पांडे, संजय दुबे, राजीव रतन पांडे, प्रदीप द्विवेदी, पुष्पराज तिवारी, मोहित पांडे, बृजेश दुबे, दीपक चौबे, शैलेंद्र तिवारी, अमनदीप शुक्ला, अमितेश शुक्ला, मनीष द्विवेदी, अंशुमान पांडे एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
कुछ कथित रूप से दलित एवं पिछड़े लोगों को लगता है कि ब्राह्मणों की वजह से ही वो 'पिछड़े' रह गये, दलितों की अपनी दलीलें हैं, कभी-कभी अन्य जातियों के लोगों के श्रीमुख से भी इस तरह की बातें सुनने को मिल जाती हैं। आमतौर से ये धारणा बनाई जा रही है कि ब्राह्मणों की वजह से समाज पिछड़ा रह गया, लोग अशिक्षित रह गये, समाज जातियों में बंट गया, देश में अंधविश्वासों को बढ़ावा मिला.. वगैरह-वगैरह। अभी कुछ दिन पहले राजगढ़ सिरमौर तहसील जिला रीवा (म.प्र.) के अनुसूचित जाति के रघुवर साकेत पिता सिपाही साकेत और कृष्णा साकेत पिता धुरपति साकेत द्वारा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में फैलाया है, जिसमें ब्राह्मणों एवं उनकी बहन बेटियों के खिलाफ अभद्र भाषा एवं टिप्पणी की गई है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन लोगों को ऐसा करने के लिए विधर्मियों एवं विदेशों से आर्थिक सहायता की जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों में जन आक्रोश फैल रहा है, तथा वर्ग संघर्ष जैसी स्थिति निर्मित हो रही है। आज दिनांक 5 जुलाई 2018 को रीवा शहर के ब्राह्मणों ने पुलिस अधीक्षक रीवा को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की है, कि उक्त लोगों के द्वारा फैलाए गए वीडियो के कारण ब्राम्हण समाज के मान सम्मान को ठेस पहुंची है।
अतः दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए जिससे इस तरह की घटना कि दोबारा पुनरावृत्ति ना हो सके।
ज्ञापन देने के दौरान सपाक्स समाज रीवा के उपाध्यक्ष हिमांशु शुक्ला, सपाक्स युवा इकाई के अध्यक्ष दिलीप पांडे, सर्व कल्याणकारी ब्राह्मण संगठन के अध्यक्ष राजीव शुक्ला, जितेंद्र शर्मा, संतोष समदरिया, लक्ष्मीकांत शास्त्री, शिव प्रसाद मिश्रा, शिवम पांडे, संजय दुबे, राजीव रतन पांडे, प्रदीप द्विवेदी, पुष्पराज तिवारी, मोहित पांडे, बृजेश दुबे, दीपक चौबे, शैलेंद्र तिवारी, अमनदीप शुक्ला, अमितेश शुक्ला, मनीष द्विवेदी, अंशुमान पांडे एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।
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