Umaria News : प्रदेश के विकास में व्यापारियो का बहुत बडा योगदान : मदन मोहन गुप्त
व्यापारियो के हित संरक्षण हेतु सरकार उठायेगी कदम : अध्यक्ष व्यापार संवर्धन बोर्ड
उमरिया : वर्तमान सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के विकास को गति देने में व्यापारियो का बहुत योगदान रहा है। उन्होने प्रदेश में अनेको स्वरोजगार और बडे रोजगार स्थापित कर प्रदेश को पिछडे से अगडे प्रदेश बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। प्रदेश के मुखिया अगर गरीबो के पैर में कांटा चुभे तो चप्पल लेकर उपलब्ध कराते है। ऐसे संवेदनशील मुख्यमंत्री गरीबों, पिछडो, अनुसूचित जाति, जन जाति के हितैषी हमेशा सबके साथ सबके विकास की बात सोचते है। जिलों के व्यापारी मप्र के विकास की बुनियाद है। उक्ताशय के विचार मप्र व्यापार संवर्धन बोर्ड के अध्यक्षता श्री मदन मोहन गुप्त ने जिला ंपचायत के सभागार में आयोजित व्यापार संवर्धन बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। इस मौके पर कलेक्टर श्री माल सिंह, सीईओ आशीष वशिष्ट सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी, व्यापारी प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक श्री पदम खेमका, मनीष सिंह, धनुषधारी सिंह, मनीष तिवारी, जिला संयोजक महेश गुप्ता, आलोक उपाध्याय , श्री राकेश सिंह सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आये बडी संख्या में व्यापारी गण उपस्थित रहे।
व्यापार संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष श्री गुप्त ने इस अवसर पर कहा कि व्यापारी चाहे कितना छोटा से छोटा व्यवसाय करें वह उंचे स्तर के सबसे मेहनत कश व्यक्तिकश होते है चाहे किसान हो , मजदूर हो अथवा शासकी सेवक हो सभी को समय समय पर अवकाश मिलता है , परंतु व्यापारी को कभी भी अवकाश का समय नही मिलता है। उन्होने कहा कि आज की इस बैठक में व्यापारी वर्ग की समस्याओं का पंजीकरण हिसाब होगा और 45 दिवस के भीतर उनकी समस्याओ का निवारण करने का प्रयास किया जाएगा। जिन समस्याओं का निराकरण जिला स्तर से नही होगा उसे प्रदेश स्तर से और केंद्र से भी निराकृत कराया जाएगा।
उन्होने कहा कि देश की स्वतंत्रता के 70 सालों में पहली बार प्रदेश शासन ने छोटे छोटे व्यापारियो के हित में कदम उठाने का बीडा लिया है। अभी तक व्यापारी उद्योग विभाग तक ही सीमित रहते थे, उनका कुछ कार्य लघु उद्योग तथा वाणिज्य कर विभाग से जुडा रहता था, इसके अलावा दूसरे विभागो से सीधे कोई संबंध नही रहता था। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिसके कंधे में हाथ रखा वह कृत कृत्य हो गया। इसी कडी में अब व्यापारियो की बारी है। यह सरकार किसान, व्यापारी, छोटे तबके के लोग , गरीब , पिछडे आदि के हित संरक्षण में जोर देकर कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि समाज में अभिशाप रही बच्चियो को अब हमारी सरकार ने लाडली लक्ष्मी बनाकर उन्हें स्वावलंबित बनाया है। अब वे अपने मां बाप का बोझ नही रहेगी।
उन्होने कहा कि व्यापारियों की कोई जाति, धर्म, वर्ग, भेद न होते हुए उनका काम सेवा भाव का है और वे सबको अनेको स्थानों से कठिनाईयो से वस्तुओ को लाकर एक स्थान पर उपलब्ध कराते हैे। हमारी सरकार ने इंस्पेक्टर , निरिक्षक और सरकारी दखल से व्यापारियो को स्वतंत्र कर दिया है तथा स्वयं का अस्मिमेंट करने का दो करोड रूपये तक के व्यापार का अधिकार देकर उन्हें स्वावलंबी बनने में मदद की है। उन्होने कहा कि व्यापारियो को उनकी समस्याओं के निदान हेतु एक मंच मिले इसके लिए जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति रहेगी जिसमें पुलिस अधीक्षक, उद्योग, श्रम, खाद्य, नगरीय प्रशासन ,खाद्य एवं औषधि प्रशासन तथा नापतौल विभाग के अधिकारी सदस्य रहेगे। यह समिति तीन माह में एक बार बैठक लेकर जिले की व्यापारिक समस्याआंे को सुनेगी तथा उनके निराकरण के प्रयास करेगी। इसी प्रकार एक अशासकीय सदस्यो की जिले में समिति बनाई जाएगी जिसमें हर जाति , वर्ग के 500 व्यक्तियो को शामिल किया जाएगा। उक्त दोनो समितियां व्यवसायियो की समस्या के निवारणार्थ तथा हितार्थ में काम करेगी। बैठक में उन्होेने व्यापारियो से उनकी विभिन्न समस्याओ , अधिकारों और उनके निदान के बारे में विस्तृत जानकारी से अवगत कराया।
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